भगीरथ शर्मा/देहरादून: 'सात समंदर पार मैं तेरे पीछे-पीछे आ गई', जी हां इस गाने को सच कर दिखाया है बांग्लादेश में रहने वाली रजिया ने. सोशल मीडिया पर बातचीत के जरिए हुई दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. इसके बाद रजिया पर प्यार का भूत ऐसा सवार हुआ कि वह बांग्लादेश से भारत के उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के गदरपुर आ पहुंची.


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दरअसल, उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के गदरपुर के इस्लाम नगर गांव में रहने वाले नाजिम नामक युवक की फेसबुक पर मैसेंजर के जरिए बांग्लादेश की रहने वाली रजिया नमक युवती से दोस्ती हो गई. दोस्ती कुछ इस कदर परवान चढ़ी कि उन्हें मोहब्बत हो गई. उनका प्यार सातवें आसमान पर जा पहुंचा और दोनों ने जन्मों-जन्मों साथ रहने का फैसला कर लिया. इसके बाद नाजिम ने अपने परिवार वालों को इस बारे में बताया. वहीं प्यार में दीवानी हुई रजिया पर भी इश्क का भूत जमकर सवार हो गया और उसने बांग्लादेश में टूरिस्ट वीजा तैयार करवा लिया.


 




इसके बाद शुरू हुई प्रेम कहानी को अंजाम तक पहुंचाने की कवायद और इसी के तहत रजिया बांग्लादेश से बीते 29 मई को गदरपुर के इस्लाम नगर में रहने वाले नाजिम के घर आ पहुंची. इसके बाद गांव में रजिया के इस्लाम नगर में पहुंचने की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई. खबर जब पुलिस और स्थानीय अभिसूचना इकाई तक पहुंची तो विदेशी युवती के दस्तावेज और वीजा आदि के संबंध में पूछताछ करने के लिए स्थानीय अभिसूचना इकाई के सदस्य भी नाजिम के यहां पहुंचे और दस्तावेजों की जांच की.


बीते अलविदा जुम्मा के दिन नाजिम के परिजनों की रजामंदी के चलते दोनों का निकाह करा दिया गया. अब रजिया अपने प्रेमी से शौहर बने नाजिम के साथ खुशी-खुशी रह रही है. कहते हैं कि प्यार की कोई जाति, देश या सीमा नहीं होती इस बात को सच करके दिखाया है गदरपुर के नाजिम और बांग्लादेश की रहने वाली रजिया ने. दोनों निकाह करने के बाद खासे खुश नजर आ रहे हैं नाजिम के मुताबिक वह आने वाली पीढ़ी को यह संदेश देना चाहते हैं कि प्यार से बढ़कर कुछ भी नहीं.