गोरखपुर: यूपी के गोरखपुर में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां विजिलेंस ने मृतकों पर ही बिजली चोरी का केस फाइल कर दिया है. वह लोग जो अब जिंदा ही नहीं हैं, उनके खिलाफ पुलिस में केस दर्ज कर लिया गया है. इसकी जानकारी जब क्षेत्राधिकारी विजिलेंस को मिली तो प्रभारी से जवाब तलब किया गया कि जिनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है उनसे जांच के समय मुलाकात हुई थी या नहीं?

 


 

मामला गोला व गगहा थाना क्षेत्र का है. यहां पर विजिलेंस टीम ने गोला के शिव प्रसाद पाठक और गगहा के दयाशंकर के खिलाफ बिजली चोरी का आरोप लगाते हुए केस दर्ज किया था. लेकिन जब जांच हुई तो सामने आया कि दोनों ही आरोपी कऊ साल पहले चल बसे थे. इसके बाद, यह जाकारी क्षेत्राधिकारी विजिलेंस को दी गई. उनका कहना है कि मृतकों के खिलाफ केस दर्ज होना एक गंभीर मामला है. इसपर टीम से जवाब मांगा गया है. जांच पूरी कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

 

इन लोगों के खिलाफ लिखी गई रिपोर्ट

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गगहा के दयाशंकर 10 साल पहले ही स्वर्ग सिधार गए थे. लेकिन दर्ज रिपोर्ट में लिखा है कि दयाशंकर के परिसर में कटिया से बिजली चुराने का मामला देखा गया है. दयाशंकर के तीन लड़कों के नाम से अलग कनेक्शन है. 9 अप्रैल को टीम ने परिसर की जांच दिखाई है.

 


 

गोला के शिव प्रसाद पाठक की मौत जनवरी 2021 में हुई थी. उनके नाम से 2 किलोवॉट का कॉमर्शियल कनेक्शन है. उनका परिवार दुकान में उस कनेक्शन का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन, विजिलेंस टीम ने रिपोर्ट में यह बात लिखी कि ये बिना मीटर के ही बिजली का उपयोग कर रहे हैं. इसके अलावा, दुकान के सामने से जाने वाली एलटी लाइन के तार पर कटिया डालकर ये लोग बिजली चुरा रहे हैं. 

 

बिजली विभाग पर लगा जुर्माना

उधर, बिजली चोरी का गलत केस लगाने को लेकर Consumer compensation commission ने विभाग पर पैनाल्टी लगाने का फैसला सुनाया है. 

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