अमित त्रिपाठी/महाराजगंज : साल 2001 में बस्ती में एक व्यापारी के बेटे के अपहरण मामले में पूर्व मंत्री व बाहुबली अमरमणि त्रिपाठी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. पुलिस ने पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के नौतनवा स्थित आवास को कुर्क कर दिया है. इस दौरान भारी संख्‍या में पुलिस फोर्स तैनात रही. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

2001 में व्‍यापारी के बेटे का हो गया था अपहरण 
बता दें कि पूर्व मंत्री अमरमणि साल 2001 में बस्ती जिले एक व्यापारी के बेटे के हुए अपहरण के मामले में आरोपी हैं. वह इस मामले में फरार चल रहे हैं. बस्ती जिले के सप्तम अपर जिला जज एवं सत्र न्यायाधीश एमपी एमएलए कोर्ट ने फरार चल रहे अमरमणि त्रिपाठी की संपत्तियों को कुर्क करने का आदेश दिया था. 


अपहरण मामले में चल रहे फरार 
जानकारी के मुताबिक, कवित्री मधुमिता शुक्ला हत्याकांड के आरोपी पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी कुछ माह पहले ही जेल से रिहा हुए थे. 6 दिसंबर 2001 में बस्ती जिले के कोतवाली क्षेत्र के गांधीनगर निवासी धर्मराज गुप्ता के बेटे राहुल मद्धेशिया का अपहरण हो गया था. तत्कालीन विधायक अमरमणि त्रिपाठी के लखनऊ स्थित आवास से पुलिस ने व्यापारी के बेटे को बरामद किया था.


एमपी एमएलए कोर्ट के आदेश पर की गई कार्यवाही 
इसके बाद अपहरण के मामले में उन्हें आरोपी बनाया गया था. व्यापारी के बेटे के अपहरण के मामले की सुनवाई बस्ती के एमपी एमएलए कोर्ट में चल रही है. वहीं, इस मामले में फरार चल रहे अमरमणि त्रिपाठी के खिलाफ कोर्ट ने 82 की कार्रवाई के बाद उनकी संपत्तियों को कुर्की करने का निर्देश जारी किया था. नौतनवा तहसीलदार पंकज शाही ने बताया कि एमपी एमएलए कोर्ट के निर्देश पर पूर्व विधायक अमरमणि त्रिपाठी के आवास को सील किया गया है. 


यह भी पढ़ें : Noida News: नोएडा में तालिबानी तरीके से युवक की हत्या, पहले चाकू से गोदा फिर दूर तक बाइक में बांधकर घसीटा