Gorakhpur News: सीएम योगी और मोहन भागवत की होगी मुलाकात? चुनाव के बाद पहली बार गोरखपुर पहुंचेंगे मुख्यमंत्री
Gorakhpur News: लोकसभा चुनाव के बाद आज पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दो दिनों के दौरे पर गोरखपुर आएंगे. वे यहां RSS चीफ मोहन भागवत से मुलाकात कर सकते हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री का अधिकृत कार्यक्रम अभी जारी नहीं हुआ है,
आशीष/गोरखपुर: लोकसभा चुनाव के बाद आज पहली बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दो दिनों के दौरे पर गोरखपुर आएंगे. वे यहां RSS चीफ मोहन भागवत से मुलाकात करने के लिए सरस्वती विद्या मंदिर पहुंच सकते हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री का अधिकृत कार्यक्रम अभी जारी नहीं हुआ है, लेकिन प्रशासन शुक्रवार को मुख्यमंत्री के आगमन की तैयारियों में जुटा है.
संघ को गांवों तक पहुंचाने का आह्वान किया
वहीं, 5 दिनों के दौरे पर गोरखपुर प्रवास कर रहे RSS चीफ मोहन भागवत ने स्वयंसेवकों से शताब्दी वर्ष में संघ को गांवों तक पहुंचाने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक की स्थापना भारतीय संस्कृति और नागरिक समाज के मूल्यों को बनाए रखने के आदर्शों को बढ़ावा देने और राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत करने के उद्देश्य से हुई है. 2025 में संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश करेगा. ऐसे में भारतीय संस्कृति और उसके सभ्यतागत मूल्यों को बनाए रखने के लिए हर गांव तक संघ को पहुंचाना होगा.
शाखा दर्शन किए RSS चीफ
RSS चीफ मोहन भागवत गुरुवार को सरस्वती विद्या मंदिर मानीराम में संघ के कार्यकर्ता विकास वर्ग में स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे थे. कार्यकर्ता विकास वर्ग में काशी, अवध, कानपुर और गोरक्ष प्रांत के 280 स्वयंसेवक प्रतिभाग कर रहे हैं. RSS चीफ प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बुधवार की शाम को यहां पहुंचे हैं. उन्होंने यहां शाखा दर्शन किया साथ ही क्षेत्रीय और व्यवस्था से जुड़े पदाधिकारियों से प्रशिक्षण वर्ग के संबंध में जानकारी ली.
संघ के विस्तार पर दिया जोर
RSS चीफ ने लगभग डेढ़ घंटे के बौद्धिक (संबोधन) में संघ के विस्तार पर खासा जोर दिया. उन्होंने कहा कि 1825 में विजयादशमी के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी. स्थापना से लेकर आज तक संघ ने तमाम उतार-चढ़ावों का अनुभव किया. संघ ने समाज और राष्ट्र की मजबूती को लेकर अनवरत कार्य किया है.
दो साल पूरे होंगे संघ के 100 साल
दो वर्ष बाद संघ की स्थापना के 100 साल पूरे होंगे. शताब्दी वर्ष संघ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण वर्ष है. शताब्दी वर्ष में हम सभी स्वयंसेवकों का दायित्व संघ के व्यापक विकास का होना चाहिए. आप सभी प्रशिक्षण के पश्चात प्रशिक्षित स्वयंसेवक हो जाएंगे. इस नाते शताब्दी वर्ष में संघ के विस्तार में आपकी भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होनी चाहिए. हमारा प्रयास होना चाहिए कि इस स्वर्णिम अवसर पर देश के हर गांव तक संघ की पहुंच सुनिश्चित हो सके, गांवों में शाखा लगे. गांवों में स्वयंसेवकों का बड़ा समूह तैयार किया जाए.
संकट में स्वयंसेवकों ने की निस्वार्थ सेवा
RSS चीफ ने संघ के सामाजिक सरोकारों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि संघ अपने विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से सामाजिक सेवा करता है. कोरोना में संघ के स्वयंसेवकों ने अपनी जान की परवाह किए बिना पीड़ितों और उनके परिजनों की मदद की. राष्ट्र के समक्ष जब कोई कोई संकट आया, उसका स्वयंसेवकों ने डटकर मुकाबला किया. निस्वार्थ सेवा का ऐसा उदाहरण पूरे विश्व में नहीं मिल सकता.
समाज में बेहतर छवि बनाने की जरूरत
उन्होंने कहा कि संघ जहां एक तरफ अपने सामाजिक सरोकारों को पूरी तन्मयता से करने में जुटा रहता है तो उधर कुछ लोग समाज में संघ की नकरात्मक छवि बनाने का प्रयास भी करते हैं. उन्होंने स्वयंसेवकों से इस तरह की चुनौती के प्रति सावधान रहने को कहा. सरसंघचालक ने कहा कि स्वयंसेवकों को सेवा, संवाद, सम्पर्क के माध्यम से समाज में संघ के कार्यो की चर्चा करनी चाहिए. समाज में संघ की बेहतर छवि प्रस्तुत करने के लिए कार्य करना होगा.
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