पूर्वांचल में खुली पहली जंगल सफारी, टूरिस्ट को मिलेगा जिम कार्बेट और दुधवा टाइगर रिजर्व जैसा रोमांच

पूर्वांचल में जंगल सफारी का मजा लेना चाहते हैं तो आपके लिए गुडन्यूज है. महराजगंज में सोहगीबरवा सेंचुरी में जंगल सफारी को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है.

शैलजाकांत मिश्रा Thu, 07 Nov 2024-1:32 pm,
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पर्यटकों के लिए खुली जंगल सफारी

सोहगीबरवा सेंचुरी में इको पर्यटन सत्र के तहत बुधवार को जंगल सफारी पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. योगी सरकार में राज्यमंत्री विजयलक्ष्मी गौतम ने हरी झंडी दिखाकर टूरिस्ट वाहनों से सैलानियों को जंगल सफारी के लिए रवाना किया.

 

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पूर्वांचल की इकलौती जंगल सफारी

सोहागीबरवा जंगल सफारी पूर्वांचल की एकमात्र जंगल सफारी है. जहां मनोरंजन नहीं बल्कि जंगल, जंगली जीवन पद्धति और प्रकृति को करीब से देख और समझ सकते हैं.

 

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क्या होगा रूट?

ईको टूरिज्म सर्किट प्रथम के तहत पर्यटक सोहगीबरवा दक्षिणी चौक प्रवेश द्वार से सफारी की शुरुआत करेंगे. वहां से पर्यटक कुसमहवा अतिथि गृह से रामग्राम होते हुए सोनाडी माता का दर्शन कर सकेंगे और दोबारा दक्षिणी चौक प्रवेश द्वार पर सफारी खत्म होगी.

 

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कैसे बुक कर सकते हैं बुकिंग

जंगल सफारी की बुकिंग के लिए पर्यटक सोहगीबरवा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के फेसबुक पेज पर जाकर बुकिंग कर सकते हैं.

 

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कितनी फीस

बुकिंग फीस एक पर्यटक के लिए 200 रुपये होगी जबकि गाइड सहित पूरे वाहन को 1560 रुपये में बुक किया जा सकता है.

 

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कब शुरू होगा दूसरा सर्किट?

महराजगंज के डीएफओ निरंजन सुर्वे ने बताया कि 06 नवंबर 2024 से ईको–टूरिज्म सर्किट 01 को शुरू किया गया है जबकि दूसरा सर्किट 15 दिसंबर 2024 तक शुरू किए जाने की योजना है.

 

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परियोजना का काम लगभग पूरा

सोहगीबरवा सेंचुरी में इको टूरिज्म परियोजना का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है, जिसका जंगल सफारी के दौरान पर्यटक लुफ्त उठा सकेंगे.

 

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महराजगंज को मिलेगी पहचान

महराजगंज में पूर्वांचल की पहले जंगल सफारी की शुरुआत होने से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर खुलेंगे और आने वाले दिनों में जंगल सफारी महराजगंज की पहचान बनेगी.

 

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धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा

सोहगीबरवा सेंचुरी के दक्षिणी चौक रेंज के कन्हैया बाबा टीला को रामग्राम के रूप में मान्यता है. जहां भगवान बुद्ध का आठवां अस्थि अवशेष मौजूद है. इसे बौद्ध पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए रेस्ट हाउस और मेडिटेशन हाल बनाया जा रहा है. यह परियोजना क्षेत्र में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगी.

 

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रहते हैं ये जीव

सोहागी बरवा वन्यजीव अभयारण्य में बाघ, तेंदुआ, चीतल, भालू, जंगली बिल्ली, जंगली सूअर, अजगर आदि जैसे जीव रहते हैं.

 

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डिस्क्लेमर

एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

 

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