Lucknow University: लखनऊ और गोरखपुर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने दुनिया में झंडे गाड़े, वर्ल्ड के टॉप साइंटिस्ट में आया नाम
Lucknow University: अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की टॉप 2% ग्लोबल साइंटिस्ट की सूची में लखनऊ से लेकर गोरखपुर तक दिग्गजों का जलवा कायम रहा. उत्तर प्रदेश के लखनऊ विश्वविद्यालय से लेकर मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गोरखपुर के दिग्गज प्रोफेसरों का नाम लिस्ट में शामिल हैं.
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की दुनिया के टॉप-2% साइंटिस्ट की सूचि
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की दुनिया के टॉप-2% साइंटिस्ट की सूचि में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फॉर्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च यानी नाइपर के पूर्व निदेशक डॉ.स्वर्णजीत सिंह फ्लोरा का भी नाम है शामिल है जोकि राजधानी के बड़े वैज्ञानिक हैंय टॉक्सिकोलॉजी के क्षेत्र में उन्हें देशभर में रैंक वन दिया गया है और दुनिया भर में वे 33वें रैक पर हैं. डॉ.स्वर्णजीत पिछले साल दुनिया में 44वीं रैंक पर रहे थे. लगातार 4 साल से उनका नाम इस सूची में (Dr.SJS Flora Got World 33rd Rank In Toxicology) आ रहा है.
KGMU से जुड़े 11 फैकल्टी
KGMU से जुड़े 11 फैकल्टी मेंबर्स को सूचि में जगह मिली है. KGMU के न्यूरोलॉजी के डॉ. आरके गर्ग, डॉ. राजेश वर्मा के अलावा माइक्रोबायोलॉजी की डॉ.अमिता जैन व साइकोलॉजी के डॉ.सुजीत कर का नाम इसमें शामिल है. डॉ.सूर्यकांत, के अलावा IIM लखनऊ के प्रो.सुरेश जाखड़ के साथ ही यहां के कुल 3 प्रोफेसर का नाम स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की इस सूची में दर्ज किया गया है.
डॉ.आरके गर्ग फिर टॉप पर
न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ.आरके गर्ग इस सूची में छठी बार शामिल हुए हैं और KGMU के साथ ही लखनऊ के सभी मेडिकल कॉलेजों में टॉप पर हैं. वर्ल्ड रैंकिंग 28,178 दी गई हैय.
माइक्रोबायोलॉजी की प्रो.अमिता जैन का नाम भी स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की लिस्ट में हैं. इस लिस्ट में माइक्रोबायोलॉजी के कई रिसर्च करने वाले प्रो.जैन का नाम चौथी बार दर्ज हुआ है. अब तक 394 रिसर्च पेपर पब्लिश हो चुके हैं.
KGMU के ये दिग्गजों भी शामिल
रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के हेड प्रो.सूर्यकांत, सेंटर फॉर एडवांस रिसर्च के डॉ.शैलेंद्र सक्सेना भी लिस्ट में है. KGMU बायोकेमिस्ट्री विभाग के पूर्व अध्यक्ष एरा मेडिकल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.अब्बास अली मेहंदी के अलावा लिस्ट में डॉ.रमेश चन्द्र, डॉ.एके सिंह, दंत संकाय की स्व.डॉ दिव्या मेहरोत्रा भी हैं.
IIM लखनऊ के प्रो.सुरेश जाखड़ का नाम
सप्लाई चेन मैनेजमेंट में लोहा मनवाने वाले IIM लखनऊ के प्रोफेसर डॉ.सुरेश जाखड़ का नाम भी इस लिस्ट में है. स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की इस लिस्ट में IIM लखनऊ के प्रो.समीर श्रीवास्तव के अलावा डॉ.चंदन शर्मा का भी शामिल है.
ब्रेन स्ट्रोक के एक्सपर्ट डॉ.राजेश वर्मा भी शामिल
KGMU के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजेश वर्मा लगातार चौथे साल इस लिस्ट में हैं. करीब 5 हजार से ज्यादा साइटेशन्स उनके रिसर्च पेपर्स को मिले हैं. डेंगू से होने वाली न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के डॉ.राजेश वर्मा विशेषज्ञ है और GB सिंड्रोम और ब्रेन स्ट्रोक के केस में इसकी महारथी है. उनके साथ ही डॉ. शैली अवस्थी जोकि बाल रोग विभाग की पूर्व अध्यक्ष हैं, इनका नाम भी शामिल है. पैथोलॉजी विभाग से सेवानिवृत्त डॉ.यूसी चतुर्वेदी के अलावा डॉ.रश्मि कुमार व न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के डॉ.राजेश वर्मा का नाम भी इसमें है.
डॉ.शैली अवस्थी
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की लिस्टिंग में डॉ.शैली अवस्थी का नाम है जोकि KGMU के रिटायर्ड पीडियाट्रिक विशेषज्ञ हैं इनके शोध के 18994 साइटेशन्स हुए हैं और बच्चों में होने वाले इंसेफेलाइटिस के साथ ही ब्रेन फीवर के इलाज में ये एक्सपर्ट हैं.
BBAU के 13 फैकल्टी
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की सूची में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के 13 फैकल्टी का नाम शामिल हैं. इनमें क्लीनिकल मेडिसिन के क्षेत्र में गौरव कैथवास के अलावा केमिस्ट्री के देवेश कुमार, इंजीनियरिंग के मुकेश कुमार अवस्थी कई और नाम शामिल है. एनबलिंग एंड स्ट्रेटेजिक टेक्नोलॉजी में बालचंद्र यादव व राजेश कुमार लिस्ट में शामिल हैं.
गोरखपुर से भी फैकल्टी
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर की बात करें तो प्रो. राजेश कुमार यादव के साथ ही प्रो. डीके द्विवेदी का नाम सूची में शामिल है. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के दो प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों के नाम भी स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की सूची में शामिल है. ये नाम हैं रसायन विज्ञान विभाग के प्रो. गुरदीप सिंह और जीव विज्ञान विभाग के प्रो. रविकांत उपाध्याय.
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की महत्ता
साल 2019 से हर साल दुनिया के टॉप 2% साइंटिस्ट के साथ ही रिसर्चर की लिस्ट स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा जारी किया जाता है. कुल 174 कैटेगिरी जिनमें साइंटिफिक की संख्या 22 है. इस सभी की रैंकिंग की जाती है और पहले साल इस लिस्ट में दुनियाभर के करीब 1 लाख 80 हजार से अधिक विशेषज्ञों को इस लिस्ट में रखा गया. इस बार यह संख्या 3 लाख 90 हजार के करीब है.