पहले देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गौ प्रेम देखने को मिला. आंध्र प्रदेश के येलेश्वरम स्थित गोशाला से गोरखनाथ मंदिर से लाए गए नादिपथि मिनिएचर नस्ल (पुंगनूर नस्ल की नवोन्नत ब्रीड) के गोवंश (एक बछिया और एक बछड़ा) का शनिवार सुबह गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नामकरण किया.


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उन्होंने बछिया का नाम भवानी रखा, तो बछड़े का नाम भोलू. मुख्यमंत्री ने मंदिर की गोशाला में दक्षिण से आए इस गोवंश जोड़ी का नामकरण करने के बाद उनसे खूब बातें की और उन्हें स्नेहपूर्वक दुलारा. मुख्यमंत्री के इस प्रेमपूर्ण व्यवहार से गोवंश मात्र दो दिनों में ही उनसे अपनत्व का भाव महसूस करने लगे. गोसेवक मुख्यमंत्री का यह प्रेम और सेवा का भाव गोवंश को भी विशेष रूप से प्रभावित कर रहा है. 


मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार सुबह इन गोवंश को स्नेहासींचित किया था और अपने हाथ से गुड़ और चारा खिलाया था. नादिपथि गोशाला से आए संचालक और नादिपथि मिनिएचर ब्रीड  विकसित करने में अनुसंधान करने वाले डॉ. पी. कृष्णम राजू ने मुख्यमंत्री को नादिपथि मिनिएचर नस्ल की गायों की विशेषता के बारे में बताया.


नादिपथि मिनिएचर नस्ल की गायों की विशेषता 
नादिपथि मिनिएचर नस्ल की गाय को दुनिया की सबसे छोटी गाय माना जाता है. यह नस्ल पुंगनूर गाय की ब्रीडिंग से विकसित की गई है. नादिपथि मिनिएचर को माइक्रो मिनिएचर भी कहा जाता है, जो इसकी छोटी कद-काठी को दर्शाता है. इस विशेष नस्ल की एक बछिया और एक बछड़ा को गुरुवार देर रात आंध्र प्रदेश की नादिपथि गोशाला से गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में लाया गया. इस नस्ल की विशेषता इसका आकार और अनोखा स्वभाव है, जो इसे बाकी नस्लों से अलग बनाता है.