गुजरात की 42 साल पुरानी कंपनी, 700 करोड़ की कमाई, फिर भी यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा में 55 लाख छात्रों से खिलवाड़
UP Police Paper Leak : यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा कराने की जिम्मेदारी अहमदाबाद की एजूटेस्ट (Edutest) नाम की एजेंसी को दी गई थी. एजूटेस्ट ने ही सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर पहुंचाने के लिए नोएडा की लॉजिस्टिक्स कंपनी को ठेका दिया था.
UP Police Paper Leak : साल 2024 पेपर लीक केस के लिए भी जाना जाएगा. साल की शुरुआती महीने में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया. पेपर लीक ने प्रदेश सरकार के साथ ही एग्जाम कराने वाली एजेंसी को कठघरे में खड़ा कर दिया. यूपी एसटीएफ की कई महीनों की जांच के बाद पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने परीक्षा कराने वाली अहमदाबाद की एजेंसी एजूटेस्ट (EDUTEST) को ब्लैक लिस्ट कर दिया. इसके बाद एजूटेस्ट को प्रदेश में दोबारा किसी भी विभाग की भर्ती परीक्षा कराने का जिम्मा नहीं दिया जाएगा. यूपी पुलिस परीक्षा पेपर लीक के चलते एजूटेस्ट एजेंसी भी सुर्खियों में रही, तो आइये जानते हैं इस कंपनी के बारे में जिसने लाखों छात्रों को धोखा दिया.
अहमदाबाद की एजुटेस्ट एजेंसी को दी थी परीक्षा कराने की जिम्मेदारी
दरअसल, यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा कराने की जिम्मेदारी अहमदाबाद की एजूटेस्ट (Edutest) नाम की एजेंसी को दी गई थी. एजूटेस्ट ने ही सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर पहुंचाने के लिए नोएडा की लॉजिस्टिक्स कंपनी को ठेका दिया था. एजूटेस्ट कंपनी के कर्मचारियों ने ट्रांसपोर्ट कंपनी के वेयरहाउस का मुआयना किया था. वेयरहाउस में रखें बॉक्स से ही सॉल्वर गैंग के सदस्यों ने पेपर निकलवा लिया था. ये सारी जानकारियों यूपी एसटीएफ की जांच में सामने आ चुकी हैं. तो सवाल खड़ा होता है कि इतनी बड़ी भर्ती परीक्षा का पेपर कैसा आउट हो गया.
एजुटेस्ट का संचालक फरार
यूपी एसटीएफ ने एजूटेस्ट कंपनी के संचालक विनीत आर्या को चार बार नोटिस देकर बयान देने के लिए बुलाया, लेकिन वह एक बार भी नहीं आया. एसटीएफ के अधिकारियों का कहना है कि सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद से वह लापता हो गया है. कुछ लोगों का कहना है कि वह अमेरिका चला गया था, इसके बाद से वह लौटा नहीं है.
एजुटेस्ट कंपनी के बारे में
एजुटेस्ट सॉल्यूशंस अहमदाबाद की कंपनी है. एजुटेस्ट की स्थापना 40 साल पहले 1982 में की गई थी. ये कंपनी हर अभ्यर्थी को एग्जाम में अलग टेस्ट पेपर होने का दावा करती है. अगर 10 लाख से भी ज्यादा अभ्यर्थी हैं तो उन्हें भी अलग-अलग क्वैश्चन पेपर देने की विशेषज्ञता होने का वो दावा करती है. कंपनी प्रश्नपत्र, आंसर शीट समेत चीजों को अपनी ही प्रिंटिंग प्रेस में पूरी गोपनीयता के साथ प्रिंट कराने का दावा करती है. कंपनी में 350 से ज्यादा कर्मचारी हैं. कंपनी का दावा है कि वो UPSSSC PET और CAT जैसे तमाम एग्जाम सफलतापूर्वक करा चुकी है. इस कंपनी में विनीत आर्य के अलावा जया आर्य निदेशक और सक्षम आर्य भी डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. कंपनी की 700 करोड़ से ज्यादा की कमाई है. इससे पहले एजुटेस्ट सॉल्यूशंस ने UPSSSC PET 2022 के लिए पेपर तैयार कर चुकी है, जिसकी परीक्षा 15 और 16 अक्टूबर 2022 को प्रदेश भर में आयोजित हुई थी. एजुटेस्ट के पास दुनियाभर में 100 से ज्यादा ग्राहक हैं. एजुटेस्ट का दावा है कि वह हर साल 50 मिलियन से ज्यादा परीक्षाएं आयोजित कराता है.