हरिद्वार: हरिद्वार से कानपुर तक जाने वाली गंगनहर को 15 अक्टूबर की रात 12:00 बजे, दशहरा के 10 दिन पहले बंद कर दिया गया है. अब दीपावली की रात 14 नवम्बर को गंग नहर में जल छोड़ा जाएगा. नहर के बंद होने के बाद बड़ी मात्रा में गंदगी दिखाई देने लगी है. इसके साथ ही बंदी के दौरान गंगा में रुपये, पैसे बीनने वालों की बाढ़ सी आ गई है. सुबह-सवेरे एक पैसे बीनने वाले व्यक्ति के हाथ चांदी का मुकुट लग गया है. उसका कहना है कि गंगा मैया ने उसकी दीपावली मना दी है. 


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गोताखोरों को मिलते हैं सोने-चांदी के आभूषण भी
मां गंगा पापनाशिनी और मोक्षदायिनी हैं. हरिद्वार में गंगा जी सबका कल्याण करती हैं. गंगा जब यहां बहती हैं तो श्रद्धालु डुबकी लगाकर अपने पापों को नष्ट करते हैं और उनका कल्याण होता है. गंगा बंद होने के बाद भी गरीबों की दीपावली मनवा रही हैं. आज गंग नहर के बंद होते ही हर की पौड़ी सहित सभी घाटों पर पैसे बीनने वालों की भीड़ लग गई है. एक व्यक्ति के हाथ सुबह ही चांदी का मुकुट लगा है. इसके अलावा लोगों के हाथ सोने चांदी के आभूषण और सिक्के लग रहे हैं. यह वह तबका है जो साल भर गंगा बंदी का इंतजार करता है और गंगा बंद होने के बाद पूरे परिवार के साथ नदी में उतर कर पैसे बीनने का काम करता है.


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