kedarnath yatra 2024: उत्तराखंड़ के केदारनाथ धाम में खुद के वहानों से यात्रा करने वालें श्रद्धालुओं के लिए खुश खबर. अब 1200 गाड़ियों की जगह 1800 गाड़ियों को पार्क करनी की व्यवस्था करा दी गई है. इतना ही नहीं केदारनाथ की यात्रा अब हाईफ्रोफाइल और  हाईटैक भी होने वाली हैं.


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हर साल लाखों लोग करते हैं यात्रा
केदारनाथ धाम की यात्रा करने हर साल लाखों श्रद्धालु जाते हैं. इस चीज़ को मध्यनजर रखते हुए जिलाधिकारी ने श्रद्धालुओं  की सुविधा को देखते हुए नया प्लान बनाया है.और  सब कुछ मानको के अनुसार हुआ तो इस बार होने वाली आगामी केदारनाथ  धाम की यात्रा हाईफ्रोफाइल और  हाईटेक होने वाली है. इसके लिए रूद्रप्रयाग जिलाधिकारी डा0 सौरभ गहरवार द्धारा रूद्रप्रयाग गौरीकुण्ड राजमार्ग 107 पर कुण्ड़ से लेकर गौरीकुण्ड तक अलग अलग स्थानों पर पार्किगं का निर्माण किया जा रहा है. देश विदेश से आने वाले केदारनाथ धाम के श्रद्धालु के लिए हर प्रकार की सुविधा देने का वादा किया जा रहा हैं. 


सबसे कठिन होती है केदारनाथ की यात्रा  
 केदारनाथ की यात्रा सबसे कठिन और जटिल होती हैं, और सबसे ज्यादा तीर्थयात्री भगवान केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंचते हैं. इस बार हर  वर्ष और हर बार यात्रा से पहले व्यवस्था को चुस्त दुरस्त करने के लिए शासन के दिशा निर्देशों के अनुसार जिला प्रशासन कार्यो में जुट गया है. रूद्रप्रयाग से लेकर गौरीकुण्ड तक कई स्थानेां पर पार्किगं का निर्माण किया जा रहा है. यात्रा के दौरान जाम के झाम से बचने और केदारनाथ की यात्रा में अव्यवस्था न हो इसके लिए हर प्रकार से तैयारीयां पूरी की जा रही है. 


पानी , साफ-सफाई से लेकर हर चीज़ की होगी व्यवस्था 
यात्रीयों की सुविधा के लिए  इस बार पानी की व्यवस्था, साफ सफाई की व्यवस्था, सुलभ शौचालय की व्यवस्था, गाड़ियों की पार्किगं के लिए जगह- जगह पार्किंग का निर्माण किया जा रहा हैं. इन स्थानों पर हर प्रकार की सुविधा देने की बात कही है. उनका कहना है कि पार्किगं में गाड़ी के  ड्राइबरों को  रूकने के लिए डूअर  मैट्रिक पार्किगं का निर्माण किया जा रहा है. अगर कोई चालक थक जाता है. तेा वह कुछ समय तक आराम करने के बाद फिर से आगे की यात्रा सुचारू रूप से कर सकता है. साथ ही कुण्ड से लेकर गौरीकुण्ड तक कई स्थानों पर पार्किगं का निर्माण किया जा रहा है,  अगर आगे की पार्किंग भर जाती हैं तो पीछे की पार्किंग में गाडियों को रोका जायेगा। जिससे कुछ हद तक गाडीयों को और यात्रियों को कन्ट्रोंल आसानी से किया जा सकेगा.  और लम्बे जाम से झुटकारा मिल पायेगा. 
केदारनाथ यात्रा के दौरान केदारनाथ से लेकर सोनप्रयाग तक सैक्टर मजिस्ट्रेड नियुक्त किये जाते हैं और उनको केदारनाथ यात्रा के दौरान जिम्मेदारी दी जाती है। उनके साथ सफाई कर्मचारी, पर्यावरण मित्र, पर्यटन मित्र,स्वास्थ्य मित्र गाइड कर यात्रियों को सही मार्ग प्रस्त कर  सकें।