Uttrakhand News: उत्तरकाशी सिलक्यारा टनल हादसे को तीन माह से भी ज्यादा का समय पूरा हो चुका है. अब इसमें नया अपडेट सामने आया है. हादसे के बाद जो मलबा गिरा था. उसे नई तकनीक के जारिए हटाया जाएगा. इसके बाद टनल का कार्य मजदूरों द्वारा जल्द ही शुरु होने की संभावना बताई जा रही है.


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मजदूरों के लौटने का सिलसिला जारी है.
दरअसल अभी तक सिलक्यारा की तरफ से टनल में निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है. क्योंकि जब हादसा हुआ था और टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकाला गया था तो उसके बाद सभी मजदूर अपने-अपने घरों चले गए थे. लेकिन अब धीरे-धीरे सिलक्यारा टनल में मजदूरों के लौटने का सिलसिला जारी है.


हादसे के बाद मलबे को हटाया जाएगा 


मजदूर कार्य पर लौट रहे हैं लेकिन अभी सिलक्यारा की ओर से टनल निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है लेकिन बताया जा रहा है कि टनल में तकनीकी विशेषज्ञों के द्वारा लगातार निरीक्षण किया जा रहा है. टनल के अंदर हादसे के बाद जो मलबा गिरा हुआ है. नई तकनीक के जरिए मलबे को हटाया जाएगा और जल्द ही सिलक्यारा टनल में सिलक्यारा की ओर से निर्माण कार्य प्रारंभ होगा.


41 मजदूर सुरंग में फंस गए थे


उत्तरकाशी के यमुनोत्री राजमार्ग पर स्थित सिलक्यारा सुरंग में 12 नवंबर 2023 को बड़ा हादसा हुआ था. दरअसल भूस्खलन होने से 41 मजदूर सुरंग में फंस गए थे. इसके बाद बड़ी मशक्कत के बाद 17 दिन बाद  मजदूर को निकाला गया था. एस घटना के चलते सुरंग का निर्माण कार्य ठप हो गगया था.  इस घटना की जांच के लिए दिल्ली से टीम आई थी.


क्या है सिलक्यारा टनल


सिलक्यारा सुरंग केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी 900 किलोमीटर लंबी 'चार धाम यात्रा रोड' का हिस्सा है. सरकार की 12 हजार करोड़ रुपये की इस महत्वकांक्षी परियोजना का मकसद उत्तराखंड के चार धाम यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के बीच हर मौसम आवागमन  करना है.