मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश में बुखार के रोगियों की संख्या बढ़ने के बाद मुरादाबाद में भी अलर्ट है. डेंगू, मलेरिया और टायफाइड की रोकथाम के लिए नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाएंगी. मुरादाबाद का स्वास्थ्य विभाग 7 सितंबर से पूरे मुरादाबाद जिले में घर-घर खोजी अभियान शुरू कर रहा है. इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जाएंगे और वहां 5 बिंदुओं पर पूछताछ करेंगे.


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 स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जाएंगे
ऐसे में कोई व्यक्ति घर में बुखार से तो पीड़ित किसी के घर में कोई व्यक्ति खासी-बलगम की शिकायत से पीड़ित तो नही है. कोई बच्चा बुखार ग्रसित तो नहीं, बच्चों का नियमित वैक्सीनशन हुआ है या नहीं इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हर घर के दरवाजे  पर जाकर पूछताछ करेंगे. कोरोना वैक्सीनशन को लेकर भी पूछताछ जारी रहेगी. 45 साल से ऊपर के मरीजों के वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी ली जाएगी कि उनको टीका लगा  है या नहीं. मुरादाबाद के जिला अस्पताल में बुखार से पीड़ित बच्चों के संख्या बढ़ी है लेकिन अभी स्थिति सामान्य है.


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प्रदेश में डेंगू, मलेरिया और टायफाइड के मरीज बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री ने कोविड-19 एल-टू अस्पतालों में बुखार के मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था बनवा दी है. जिला अस्पताल और कोविड-एल टू अस्पताल में 30-30 बेड की व्यवस्था है. इसके साथ ही जिले में 64 बुखार क्लीनिक बनवा दिए गए हैं। इसमें आठ सीएचसी-पीएचसी, एक जिला अस्पताल, 26 नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 29 अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्रों में बुखार के मरीजों के परीक्षण की व्यवस्था कराई गई है.


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