एयर हॉस्टेस की तरह एक क्लिक पर आपकी सीट पर पहुंच जाएंगी `तेजस हॉस्टेस`, जानें ट्रेन की वर्ल्ड क्लास खूबियां
Tejas Train: महिला शक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए आईआरसीटीसी ने ये तय किया है कि तेजस में मुसाफिरों की मदद और कैटरिंग सर्विस के लिए सिर्फ महिला स्टाफ ही होगा. इसके लिए विशेष रूप से लड़कियों को चुना गाया और फिर उन्हें पेशेवर ट्रेनिंग भी दिलाई गई है.
लखनऊ: देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस (Tejas Train) लखनऊ से दिल्ली (Lucknow to Delhi) के लिए दौड़ने को तैयार है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) तेजस को सुबह साढ़े नौ बजे हरी झंडी दिखाएंगे. रेलयात्रियों के सुविधा के लिए रेलवे ने लखनऊ और नई दिल्ली के बीच नई तेजस एक्सप्रेस हफ्ते में छह दिन चलाने का फैसला किया है.
तेजस की रफ्तार, कोच की शानदार बनावट, सफाई, आरामदायक कुर्सियां, चेयर पर मौजूद एलईडी स्क्रीम के अलावा भी बहुत कुछ ऐसा है जो तेजस को दूसरी ट्रेनों से अलग करता है. अक्सर ट्रेन में मौजूद स्टाफ से मुसाफिरों को उनके तौर तरीकों को लेकर शिकायत होती है, लेकिन तेजस में मौजूद स्टाफ एकदम अलग होगा.
महिला शक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए आईआरसीटीसी ने ये तय किया है कि तेजस में मुसाफिरों की मदद और कैटरिंग सर्विस के लिए सिर्फ महिला स्टाफ ही होगा. इसके लिए विशेष रूप से लड़कियों को चुना गया और फिर उन्हें पेशेवर ट्रेनिंग भी दिलाई गई है.
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तेजस में मुसाफिरों कि मेहमाननवाजी के लिए जिन लड़कियों को को चुना गया है, वो दिखने में किसी एयर होस्टेस से कम खूबसूरत नहीं है. जहां, डोमेस्टिक फ्लाइट का औसत समय 1 या 2 घंटे होता है, वहीं तेजस में 6 घंटे तक मुसाफिर आईआरसीटीसी की होस्टिंग का लुत्फ उठा सकेंगे. फीमेल होस्टिंग स्टाफ होने के चलते तेजस में महिलाओं को भी सुविधा होगी.