Holi 2024 : रामलला खेलेंगे भगवा रंग की होली, संभल से हो रही रंगों की भारी मांग
Holi 2024 : भगवान श्री राम की पहली होली को राम मय बनाए जाने के लिए भगवा रंग के गुलाल की भारी मांग है. संभल में भगवा रंग के गुलाल के साथ ही पहली बार 16 रंग के गुलाल तैयार किए है.
Sambhal News: यूपी के संभल में लोकसभा चुनाव की तैयारी के साथ होली के त्योहार की भी तैयारी जोरों पर है. चुनावी माहौल के बीच इस बार होली को राममय बनाए जाने की तैयारी है. अपने खास आर्गेनिक गुलाल के लिए देश भर में मशहूर संभल के रंग ,अबीर गुलाल बनाने वाले रंग कारोबारियों का कहना है कि अयोध्या में श्री राम लला का मंदिर बनने के वाद भगवान श्री राम की पहली होली है. इस के चलते यूपी उत्तराखंड समेत देश के कई राज्यों में संभल के भगवा गुलाल की भारी मांग है. होली को राम मय बनाए जाने के लिए रंग कारोवरियो ने भगवा रंग के गुलाल के साथ ही पहली बार 16 रंग के गुलाल तैयार किए है.
24 मार्च को होली का त्योहार
इस बार चुनावी माहोल के बीच 24 मार्च को होली का त्योहार है. संभल के रंग कारोबारियों का कहना है कि अयोध्या में श्री राम लला का मंदिर बनने के बाद इस बार भगवान श्री राम की यह पहली होली है. अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर बनने के बाद देश भर के राम भक्त उत्साहित है. भगवान श्री राम की पहली होली को राम मय बनाए जाने के लिए भगवा रंग के गुलाल की भारी मांग है. देश के कई राज्यों से आर्डर मिले है. यही नहीं लोकसभा चुनाव लड़ रहे प्रतियाशियों ने भी होली के दौरान होने वाली अपनी सभाओं में राम मय होली के लिए भगवा रंग के गुलाल के आर्डर दिए है.
पहली बार 16 रंग के गुलाल तैयार
संभल के रंग कारोवारी विश्व गुप्ता ने बताया की इस चुनावी सभाओं में होली और अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर बनने के बाद भगवान श्री राम की पहली होली होने पर होली को राम मय बनाए जाने के लिए देश के कई राज्यों से भगवा रंग के गुलाल के ऑर्डर आ रहे है. भगवा गुलाल की मांग को पूरी करने के लिए बड़े पैमाने पर भगवा गुलाल तैयार कराया जा रहा है. होली को राम मय बनाए जाने के लिए पहली बार 16 रंग के गुलाल तैयार किए गए है.
कई राज्यों में संभल के गुलाल की भारी मांग
संभल के रंग कारोबारियों के द्वारा तैयार किए जाने वाले यह गुलाल पूरी तरह प्राकृतिक है. अरारोट और फ्रूट कलर के साथ ही गुलाब ,जैसमीन और मोगरा के फूलों से तैयार किए जाने वाले संभल के गुलाल में किसी भी तरह के कैमिकल और रसायन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है , गुलाल के पूरी तरह आर्गेनिक होने की वजह देश के कई राज्यों में संभल के गुलाल की भारी मांग है. यूपी समेत उत्तराखंड , दिल्ली , विहार हरियाणा चेन्नई समेत देश भर में संभल के गुलाल से होली खेली जाती है.