UP: पुलिस और गृह विभाग ने सरकार के पास भेजा प्रस्ताव, PFI संगठन पर लगेगा प्रतिबंध
पुलिस जांच में सामने आया था कि 19 दिसंबर को किए गए हिंसक प्रदर्शनों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का हाथ था.
लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में उग्र और हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इसके बाद से ही योगी सरकार ने यूपी पुलिस को कड़ी कार्रवाई के आदेश दे दिए थे. वहीं, इस मामले में यूपी पुलिस की जांच में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) संगठन का नाम सामने आया था. पुलिस ने हिंसक प्रदर्शनों के मामले में पीएफआई संगठन से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इन सबके बीच खबर है कि अब इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी की जा रही है. सूत्रों की मानें तो, पीएफआई पर प्रतिबंध के लगाने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है.
अब तक हुई पुलिस कार्रवाई में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से पीएफआई के करीब डेढ़ दर्जन लोगों गिरफ्तार किया गया है. पुलिस जांच में सामने आया है कि सिमी (SIMI) संगठन पर प्रतिबंध लगने के बाद ये लोग पीएफआई में शामिल हो गए थे. गौरतलब है कि यूपी पुलिस ने लखनऊ में हिंसा के फैलाने के मास्टरमाइंड पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) के नदीम (लखनऊ), वसीम (लखनऊ) और अशफाक (बाराबंकी) को गिरफ्तार किया है. ये सभी पीएफआई के सदस्य हैं.
पुलिस जांच में सामने आया था कि 19 दिसंबर को किए गए हिंसक प्रदर्शनों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया का हाथ था. पुलिस ने इन लोगों के पास से भारी मात्रा में भड़काऊ सामग्री बरामद की थी. इसके साथ ही पीएफआई की एक अन्य शाखा सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) भी पुलिस के रडार पर है.