Home Isolation Tips: होम आइसोलेशन में क्या करें और क्या नहीं, यहां मिलेगी पूरी जानकारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड -19 (Covid -19) के हल्के और बिना लक्षण के मरीजों के होम आइसोलेशन से संबंधित नए दिशा निर्देश जारी किए हैं.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते संक्रमण की वजह से देश और प्रदेश की स्थिति काफी खराब है. लोग हॉस्पिटल्स में बेड्स की कमी से परेशान हैं. ऐसे में कोविड-19 के हल्के लक्षण वाले मरीजों को घर पर ही आइसोलेट किया जा रहा है. अब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड -19 (Covid -19) के हल्के और बिना लक्षण के मरीजों के होम आइसोलेशन से संबंधित नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. इसमें मरीज और देखभाल करने वाले दोनों के लिए जरूरी निर्देश दिए गए हैं. आइए जानते हैं...
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किसे होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है?
जारी दिशा निर्देश के मुताबिक, ऐसे मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा सकता है, जिनमें कोई लक्षण नहीं है, लेकिन पॉजटिव पाए गए हैं. मरीज के ऊपरी सांस की नली में समस्या हो या बुखार हो. लेकिन सांस लेने में कोई दिक्कत ना हो. खास बात कि कमरे की हवा में मरीज का ऑक्सीजन Saturation 94% फीसदी होना चाहिए.
होम आइसोलेशन के दौरान इन बातों को रखा जाना चाहिए ख्याल
1. घर में सेल्फ आइसोलेशन और परिवार के सदस्यों के Quarantin होने के लिए पर्याप्त जगह हो.
2. एक देख भाल करने वाला व्यक्ति हमेशा मौजूद हो. पूरे आइसोलेशन पीरियड के लिए देखभाल करने वाले और अस्पताल के बीच संपर्क बना होना चाहिए.
3. वैसे मरीज जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है. जो उच्च रक्तचाप, मधुमेह, दिल की बीमारी, क्रोनिक फेफड़े, लिवर, किडनी और सरेबरो वैस्कुलर बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें होम आइसोलेशन में इलाज कर रहे डॉक्टर द्वारा जांच किए जाने की अनुमति के बाद ही रखा जाना चाहिए.
4. एचआइवी, अंग प्रत्यारोपण और कैंसर थेरेपी के मरीजों को होम आइसोलेशन में रखे जाने की सलाह नहीं दी जाती है. इलाज कर रहे डॉक्टर द्वारा पूरी तरह से जांच के बाद ही होम इसोलशन की अनुमति दी जाएगी.
5. ऐसे मरीज की देखभाल करने वाले और सभी नजदीकी संपर्क को प्रोटोकॉल के मुताबिक hydroxychloroquine दिया जाना चाहिए.
मरीज और परिवारों को वालों को रखना चाहिए इन बातों का ख्याल
1. मरीज को परिवार के दूसरे सदस्यों खासकर बुजुर्गों और अन्य बीमारी से ग्रसित लोगों से दूर रहना चाहिए.
2. मरीज का कमरा हवादार होना चाहिए.
3. मरीज को हमेशा 3 लेयर का मास्क पहनना चाहिए. 8 घंटे बाद या गिला हो जाने पर मास्क बदल लेना चाहिए.
4. देखभाल करने वाले को कमरे में प्रवेश के समय N95 मास्क पहनना चाहिए. मरीज को भी उस समय N95 पहनना चाहिए.
5. मास्क को 1% sodium hypochlorite से disinfect करके ही फेंकना चाहिए.
6. मरीज को पूरा आराम करना चाहिए और पर्याप्त पानी पीना चाहिए.
7. हाथों की स्वछता का पूरा ख्याल रखना चाहिए.
8. व्यक्तिगत चीजों को किसी दूसरे से साझा न करें.
9. बार बार छूए जाने वाले चीजों को 1% hypochlorite solution से साफ किया जाना चाहिए.
10. पल्स ऑक्सीमीटर से oxygen saturation और शरीर के तापमान की जांच मरीज खुद से अवश्य करें.
11. किसी भी तरह की गिरावट आने पर तुरंत डॉक्टर को रिपोर्ट करें.
देखभाल करने वाले के लिए निर्देश....
1. ट्रिपल लेयर मेडिकल मास्क पहने, मरीज के कमरे में जाने पे N95 पहने.
2. मास्क के सामने के हिस्से का स्पर्श न करें और मास्क को ऊपर बताए गए अवधि या निर्देश के अनुसार बदलें और डिस्कार्ड करें.
3.अपने चेहरे, मुंह और नाक को छूने से बचें.
सफाई करते वक्त रखें इन बातों का ख्याल
1. मरीज के body fluid से सीधे संपर्क में आने से बचें.
2. मरीज की देखभाल के समय दस्ताने का उपयोग करें और इसके बाद हाथ साफ कर लें.
3. मरीज के कपड़ों और अन्य वस्तुओं के संपर्क में आने से बचें.
4. Biomedical waste को नियमानुसार डिस्पोज़ करें.
होम आइसोलेशन में कैसे करें इलाज...
1. डॉक्टर के संपर्क में रहें.
2. पहले से अन्य बीमारियों के लिए चल रही दवाओं को डॉक्टर के परामर्श से जारी रखें.
3. बुखार, नाक बहने और खांसी के लक्षणों का प्रबंधन करें.
4. दिन में दो बार गर्म पानी से गरारे और भांप ले सकते हैं.
5. यदि paracetamol 650 mg चार बार दिए जाने के बाद भी बुखार नियंत्रण में नहीं है, तो डॉक्टर से संपर्क करें.
6. Ivermectin 200mcg/kg दिन में एक बार खाली पेट 3 से 5 दिन तक लिया जा सकता है.
7. यदि 5 दिन से ज्यादा बुख़ार रहता है तो inhaler के माध्यम से Inhalational Budesonide दिन में दो बार 5-7 दिनों के लिए दिया जा सकता है.
8.Remdesvir या किसी अन्य inveatigational therapy का निर्णय किसी डॉक्टर द्वारा ही लेना चाहिये. खुद से ये न लें और न ही खरीद के घर पर रखें.
9. हल्के लक्षण में स्टेरॉयड नहीं दिया जाना चाहिए. यदि 7 दिन बाद भी लक्षण रहता है, तो डॉक्टर की सलाह से low dose oral steroid दिया जा सकता है.
इन परिस्थिति में तुरंत करें डॉक्टर्स से संपर्क
1. सांस लेने में तकलीफ.
2. कमरे की हवा पर oxygen saturation में गिरावट, 94% से नीचे.
3. छाती में लगातार दर्द या दवाब.
4. Mental confusion या उठने में असमर्थता.
होम आइसोलेशन कब खत्म करें?
लक्षण शुरू होने से 10 दिन बाद होम आइसोलेशन खत्म कर सकते हैं, यदि पिछले 3 दिनों से बुख़ार नहीं आया हो. होम इसोलशन खत्म होने के बाद जांच की जरूरत नहीं है.
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