अमृतसर में घूमते-घूमते गलती से चला गया पाकिस्तान, अब 9 साल बाद हुई वतन वापसी
पाकिस्तान की जेल से छूटकर भारत पहुंचा सोनू सिंह आखिरकार जब परिजनों से मिला तो उसकी आंखें छलक पड़ीं.
पाकिस्तान की जेल से छूटकर जब 9 साल बाद बेटा वतन पहुंचा तो पिता को देखकर उनकी आंखें छलक पड़ीं. उत्तर प्रदेश के ललितपुर के रहने वाले सोनू सिंह दिल्ली में काम करते थे. इसी बीच वे गलती से अमृतसर में घूमते-घूमते पाकिस्तान की सीमा पार कर गए. जहां उन्हें पाकिस्तान सरकार ने 9 साल की सजा सुना दी. इतने साल बाद अब सजा पूरी होने के बाद उनकी वतन वापसी हुई है, तो परिवार बेहद भावुक है.
दिमागी रूप से परेशान था सोनू
सोनू सिंह 12 साल पहले दिमागी परेशानी की हालत में घर से चला गया था. दिल्ली में काम करने के बाद वो अमृतसर में बाघा बॉर्डर के रास्ते गलती से पाकिस्तान से पहुंच गया था. 9 साल की सजा पूरी होने के बाद सोनू सिंह 26 अक्टूबर 2020 को 4 अन्य भारतीय कैदियों के साथ पाकिस्तान की जेलों से रिहाई के बाद अटारी सीमा के रास्ते भारत पहुंचा. तबसे उसे नारायणगढ़ स्थित कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में क्वारैंटाइन किया गया.
परिजनों से मिला तो छलक आईं आंखें
पाकिस्तान की जेल से छूटकर भारत पहुंचा सोनू सिंह आखिरकार जब परिजनों से मिला तो उसकी आंखें छलक पड़ीं. उत्तर प्रदेश के ललितपुर के गांव सतवांसा से सोनू को उसके पिता रोशन सिंह और चाचा उदय सिंह लेने पहुंचे. पिता ने जब बेटे को देखा तो उसके माथे को चूम लिया. ये बेहद भावुक करने वाला पल था.
ललितपुर जिले का रहने वाला है सोनू
पिता रोशन सिंह के मुताबिक सोनू सिंह उनका सबसे बेटा है. जब उन्हें अधिकारियों से ही पता चला कि उनका बेटा पाकिस्तान की जेल से रिहा होकर भारत पहुंच चुका है और इस वक्त वह छेहरटा के नारायणगढ़ में कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में है. वे वहां कुछ दस्तावेज लेकर वहां पहुंचे लेकिन वे नाकाफी हैं. फिलहाल वे बाकी दस्तावेज मंगा रहे हैं, ताकि अपने बेटे को वापस ले जा सकें.
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