HINDI DIWAS: हर साल 14 सितंबर का दिन हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है. भारत के विभिन्न राज्यों में कई क्षेत्रीय भाषाएं बोली जाती हैं, और हिंदी उनमें से एक प्रमुख भाषा है, जो देवनागरी लिपि में लिखी जाती है. हिंदी भाषा अपनी विशेषताओं के कारण अन्य भाषाओं से अलग और अनोखी है. 


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आइए हिंदी से जुड़े 10 रोचक तथ्यों के बारे में जानते हैं जो इसे खास बनाते हैं.


1. पहली हिंदी कविता
हिंदी की पहली कविता के रचनाकार प्रसिद्ध कवि अमीर खुसरो थे, जिन्होंने इसे लिखा और प्रकाशित किया. 


2. हिंदी भाषा का पहला इतिहासकार
हिंदी भाषा के इतिहास पर पुस्तक लिखने वाले पहले लेखक कोई भारतीय नहीं बल्कि एक फ्रांसीसी लेखक 'गार्सां द तासी' थे. 


3. संयुक्त राष्ट्र में हिंदी
1977 में, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गर्व के साथ हिंदी में संयुक्त राष्ट्र में भाषण देकर हिंदी को वैश्विक मंच पर सम्मान दिलाया था. 


4. राष्ट्रभाषा का दर्जा
26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत हिंदी को देश की प्राथमिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई.  


5. इंटरनेट पर हिंदी की शुरुआत
हिंदी ने इंटरनेट पर अपनी शुरुआत 2000 में पहली हिंदी पत्रिका के प्रकाशन के साथ की. इसके बाद से, हिंदी ने वर्ल्ड वाइड वेब पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की है.  


6. ऑक्सफोर्ड में हिंदी शब्द 
‘अच्छा’ और ‘सूर्य नमस्कार’ और 'समोसा' जैसे कई हिंदी शब्द ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में भी शामिल किए गए हैं, जो हिंदी के बढ़ते प्रभाव को दर्शाते हैं.  


7. हिंदी का वैश्विक प्रसार
हिंदी न केवल भारत में, बल्कि नेपाल, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, युगांडा, फिजी, मॉरीशस, सूरीनाम, गुयाना, त्रिनिदाद, बांग्लादेश, पाकिस्तान और टोबैगो जैसे देशों में भी बोली जाती है.  


8. बिहार का ऐतिहासिक निर्णय
बिहार वह पहला भारतीय राज्य है जिसने उर्दू के स्थान पर हिंदी को अपनी आधिकारिक भाषा घोषित किया था.  


9. हिंदी राष्ट्र भाषा नहीं
26 जनवरी, 1950 को संसद के अनुच्छेद 343 के अन्तर्गत हिंदी को प्राथमिक भाषा का दर्जा जरूर दिया गया है लेकिन हिंदी फिर भी भारत की राष्ट्र भाषा नहीं है. देशवासी पूरे देश में अपनी मातृभाषा बोलने, लिखने और पढ़ने के लिए स्‍वतंत्र हैं. 


10. हिंदी में छपी पहली किताब
मान्‍यता है कि हिन्‍दी भाषा में प्रकाशित पहली किताब प्रेम सागर थी. यह पुस्‍तक लेखक लालू लाल ने 1810 ई. में लिखी थी. लालू फारसी और हिन्‍दी भाषा के ज्ञाता थे.


हिंदी भाषा इन अनूठी विशेषताओं के चलते आज विश्वभर में अपनी पहचान बना रही है और प्रत्येक वर्ष हिंदी दिवस के रूप में इसके महत्व का जश्न मनाया जाता है.


Disclaimer: लेख में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से एकत्रित की गई है. Zee UP/UK इन तथ्यों की सटीकता और विश्वसनीयत की पुष्टि नहीं करता.