लखनऊ: आईएसआईएस आतंकी अबू यूसुफ उर्फ मुस्तकीम 9वीं तक पढ़ा है, वह टेलीग्राम ऐप के जरिए आईएसआईएस के हैंडलर्स से जुड़ा था और फिदायीन बनने की ट्रेनिंग ले रहा था. वह हैदराबाद से दुबई और फिर सऊदी अरब पहुंचा था. सऊदी अरब में वह कुछ दिन जेल में भी रहा था. ये सारी जानकारियां पुलिस को अबू यूसुफ की पत्नी आयशा ने दी हैं. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल अबु यूसुफ को लेकर यूपी के बलरामपुर जिले के उतरौला कस्बे में स्थित उसके घर पहुंची थी. उसका एक दूसर घर मोकामा बढ़िया भैसाही गांव में है, पुलिस अबू यूसुफ को लेकर वहां भी गई. इस दौरान दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की टीम के साथ यूपी एटीएस की टीम भी मौजूद रही.


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पत्नी बोली- 2 साल से बारूद इकट्ठा कर था अबू
पुलिस को अबू यूसुफ के गांव वाले घर से तीन किलो विस्फोटक, दो मानव बम जैकेट, एक लेदर बेल्ट, बाल बेयरिंग, आईएसआईएस का झंडा, भड़काऊ साहित्य समेत कुल 19 सामान मिले. उसकी पत्नी आयशा ने पुलिस को बताया कि अबु यूसुफ बीते दो साल से बारूद व अन्य सामान इकट्ठा कर रहा था. जब उसने अबू को समझाने की कोशिश की तो उसने किसी को कुछ भी बताने से मना किया था. दिल्ली पुलिस ने अबू यूसुफ के पास से उसकी पत्नी और चारों बच्चों के पासपोर्ट भी बरामद किए थे. उसने गांव के कब्रिस्तान में बमों का परीक्षण भी कर चुका था.गांव की एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि बीते अप्रैल महीने में शाम करीब 7:30 बजे तेज धमाका हुआ था, जिसमें आग का गोला बहुत ऊपर उठा था.


ISIS आतंकी अबू यूसुफ की बहन बोली- भाई हमेशा ईयरफोन लगाकर कुछ सुनते रहते थे, सऊदी में जेल में भी रहे


सऊदी अरब में जेल में भी रहा था अबू यूसुफ
बहन ने बताया कि अबू यूसुफ पीओपी का काम करता था. वह 2005 में पहली बार 6 महीने के लिए दुबई गया था. दुबई से लौटकर उसने कुछ दिन हैदराबाद में काम किया. एक बार फिर 2006 में सऊदी अरब गया और वहां 2011 तक रहा. बहन ने बताया कि सऊदी अरब में वह कुछ समय जेल में भी रहा था. अबू का 2011 में आयशा के साथ निकाह हुआ था. वह 2015 में 15 दिन के लिए कतर गया था. उतरौला में अबू यूसुफ ने कॉस्मेटिक्स की दुकान खोली थी, लेकिन वह दुकान पर कम ही बैठता था. उसके पिता वकील अहमद ही दुकान संभालते थे.


उत्तराखंड में भी कुछ दिन रहा था अबू यूसुफ
उसकी मां ने बताया कि कतर से लौटने के बाद अबू यूसुफ उत्तराखंड गया, यहीं एक हादसे में उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट लगी थी, जिसके बाद वह अपने गांव लौट आया था. गिरफ्तारी से दो दिन पहले मुस्तकिम उर्फ अबू यूसुफ वह ₹20,000 रुपए घर से लेकर निकला था. घरवालों से बोला था कि लखनऊ के अहिया गंज से कास्मेटिक की खरीदारी करने जा रहा. अबू यूसुफ की बहन ने पूछताछ मेें पुलिस को बताया कि ज्यादातर समय वह ईयरफोन लगाकर कुछ सुनता रहता था और घरवालों से अक्सर कुरान पढ़ने के लिए कहता.


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