आशा मालवीय ने खड़ा किया कीर्तिमान, कन्याकुमारी से सियाचीन तक साइकिल से सफर, झांसी में हुआ जोरदार स्वागत
Female Athlete Cycle Journey: महिला एथलीट ने ऐसा काम कर दिया है, जिसे आप भी सुनकर हैरान रह जाएंगे. अक्सर आपने सुना होगा कि अगर आपके सपनों में जान होगी और उसे पाने का जुनून होगा, तो मंजिल तक पहुंचने से कोई नहीं रोक सकता. वही काम महिला एथलीट ने करके दिखाया है.
Asha Malviya Cycle Journey: महिला एथलीट आशा मालवीय ने कारगिल विजय दिवस के संदेश के साथ 15,000 किमी की साइकिल यात्रा पूरी कर झांसी पहुंचीं. इससे पहले भी वे 26,000 किमी की भारत यात्रा कर चुकी हैं.
कहां की है आशा मालवीय?
मध्य प्रदेश के राजगढ़ की रहने वाली नेशनल एथलीट और माउंटेनियर आशा मालवीय ने साइकिल से 15,000 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर शुक्रवार को झांसी पहुंचकर एसएसपी से मुलाकात की. आशा ने यह यात्रा महिला सशक्तिकरण और कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती के संदेश के साथ शुरू की थी.
मीडिया से बातचीत में आशा ने बताया कि उनकी यात्रा 24 जून को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी. 26 जुलाई को कारगिल, 15 अगस्त को सियाचिन और 6 सितंबर को विश्व के सबसे ऊंचे मोटरेबल रोड से गुजरते हुए उन्होंने चार राज्यों को कवर किया है. झांसी पहुंचने से पहले वे दिल्ली और मथुरा से होकर आई थी.
आशा ने बताया कि यह उनकी दूसरी भारत यात्रा है. इससे पहले वे 26,000 किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर चुकी हैं. इस बार उन्होंने महिला सशक्तिकरण का संदेश फैलाने और कारगिल विजय दिवस को यादगार बनाने के लिए यह सफर तय किया है. अब वे अपने घर लौट रही हैं.
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