Jhansi News: यूपी के झांसी रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के नीकू वार्ड में शुक्रवार देर रात आग लगने की घटना हुई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत मामले का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को तेजी से राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश दिए. रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत 15-20 मिनट में 54 नवजात बच्चों को सकुशल बचाया गया और पीकू वार्ड में शिफ्ट किया गया. मुख्यमंत्री योगी ने मृतक बच्चों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए हर संभव मदद का आश्वासन दिया.


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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया घटना का संज्ञान
झांसी मेडिकल कॉलेज के नीकू वार्ड में शुक्रवार रात हुए शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग की दुखद घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत संज्ञान लिया. उन्होंने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज़ी से पूरा करने के निर्देश दिए. सीएम के सक्रिय हस्तक्षेप के कारण, 15-20 मिनट के भीतर रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिये ज्यादातर बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया और पीकू वार्ड में शिफ्ट किया गया. सभी बच्चे सुरक्षित और स्वस्थ हैं.


डिप्टी सीएम और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे
सीएम योगी के निर्देश पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन ने मौके का दौरा किया. झांसी के कमिश्नर, डीआईजी, डीएम, एसएसपी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बचाव कार्य में सक्रियता से हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री ने हादसे में मृत बच्चों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया.


मृतक बच्चों के परिवारों को आर्थिक सहायता
योगी सरकार ने मृतक बच्चों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये और घायल बच्चों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की, डिप्टी सीएम ने बच्चों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और कहा कि सरकार उनके साथ मजबूती से खड़ी है.


रेस्क्यू किए गए बच्चे पूरी तरह स्वस्थ
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि रेस्क्यू किए गए बच्चों को मेडिकल कॉलेज के विभिन्न वार्डों और अन्य अस्पतालों में भर्ती कराया गया. सभी बच्चे सुरक्षित हैं और उन्हें किसी भी प्रकार की जलन या दम घुटने की चोट नहीं आई है.


फायर सेफ्टी पर सरकार का बयान
डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में सभी फायर फाइटिंग उपकरण पूरी तरह से कार्यशील हैं। फरवरी में फायर सेफ्टी ऑडिट और जून में मॉक ड्रिल भी की गई थी। हादसे की जांच के लिए तीन स्तरीय प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और मजिस्ट्रेट की टीम शामिल है। किसी भी प्रकार की लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।


सीएम योगी ने दिया बड़ा बयान
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि झांसी मेडिकल कॉलेज के नीकू वार्ड में इलाज के दौरान हादसे में 10 बच्चों की दुखद मृत्यु हुई, जबकि 54 बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया. सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ है.


प्राचार्य का बयान
डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में लगे 146 फायर डिस्टिंग्विशर सिस्टम नियमित रूप से ऑडिट और मॉक ड्रिल के माध्यम से चेक किए जाते हैं. नीकू वार्ड में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग से नुकसान हुआ. फायर उपकरणों की कार्यशीलता पर सवाल उठाना निराधार है.


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