E-Nose Device: आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने आम जनता को बहुत बड़ी खुशखबरी दी है. यहां के विशेषज्ञों ने देश की पहला ऐसा डिवाइस तैयार किया है. जिसे इस्तेमाल करते हुए हम केवल 10 सेकेंड में ही घी, तेल, मसाले आदि में होने वाली मिलावटखोरी की पहचान कर सकते हैं. इसको बनाने वाली ने टीम के द्वारा डिवाइस को इलेक्ट्रॉनिक नोज (ई-नोज) नाम दिया है. यह डिवाइस आईआईटी कानपुर की इनक्यूबेटेड कंपनी ई-स्निफ प्राइवेट लिमिटेड ने तैयार की है. 


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मिल चुकी है प्रमाणिकता
डिवाइस को बनाने वाली कंपनी के फाउंडर मेंबर व आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र प्रदीप द्विवेदी ने बताया कि ई-नोज डिवाइस को आईआईटी कानपुर के साथ-साथ आईआईटी मद्रास, आईआईटी बीएचयू व भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय की तरफ से प्रमाणिकता मिल गई है. प्रदीप द्विवेदी ने आगे बताया कि उन्हें मंत्रालय की तरफ से 25 लाख रुपये का फंड की मदद मिली है. 


अगले साल तक बाजार में होगी मौजूद
कंपनी के फाउंडर मेंबर ने बताया कि ई-नोज डिवाइस अगले एक साल तक बाजार में आ जाएगी. सेंसर बेस्ड इस डिवाइस से केवल 5 से 10 सेकेंड के अंदर ही घी, तेल या सब्जी मसाले और अन्य मसालों में होने वाली मिलावट के बारे में पता लगा जा सकेगा. इसकी कीमत लगभग 5 हजार रुपये प्रति इकाई होगी. 


नामचीन समूहों ने की है मांग 
आपको बता दें कि डिवाइस की मांग दिल्ली सरकार के साथ-साथ डाबर समूह, डीएस समूह जैसे देश के और भी कई नामचीन समूहों ने की है. प्रदीप द्विवेदी ने यह भी बताया कि दुनिया में जहां भी इस डिवाइस का प्रयोग किया जा रहा है. वहां पर इसकी लागत लाखों रुपयों में है. लेकिन भारत में यह एक पॉकेट फ्रेंडली डिवाइस के रूप में आम जनता के लिए आसानी से और सस्ती दरों पर उपलब्ध होगा. 


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