Kanpur News: कानपुर के एक निजी मेडिकल कॉलेज में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एमबीबीएस के 24 वर्षीय छात्र साहिल सारस्वत का खून बहता शव मिला. पुलिस हादसा और हत्या दोनों एंगल से इस केस की जांच कर रही है और पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम से लेकर अब तक मिले साक्ष्यों के के आधार पर यही संकेत मिल रहे हैं कि यह हत्या नहीं बल्कि हादसा हुआ है. नशे की हालत में यह हादसा हुआ और जान चली गई.   


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हादसे की तरफ इशारा करते साक्ष्य 
पुलिस के अनुसार, फोरेंसिक जांच व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कहा जा सकता है कि तीसरी मंजिल से गिरने पर साहिल बेसमेंट की सीढ़ियों से टकराया. इसके बाद लुढ़ककर छज्जे के नीचे पहुंच गया. बहुत अधिक खून बहने के कारण उसकी मौत हो गई. सीढ़ियों पर किए गए बेंजाडिन टेस्ट में सीढ़ियों के किनारों पर खून, बाल और खाल के अंश भी मिले. पुलिस ने 80 छात्रों व स्टाफ के हाथों में खून की मौजूदगी चेक करने के लिए बेंजाडिन टेस्ट भी करवाया लेकिन किसी के भी हाथों में खून नहीं मिला. पुलिस का कहना है कि तीसरी मंजिल की रेलिंग 87 सेमी ऊंची है और साहिल की लंबाई 1.75 मीटर थी. बहुत अधिक नशे की हालत में होने की वजह से साहिल खुद को संभाल नहीं पाया और नीचे गिर गया. 


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सीसीटीवी फुटेज के सबूत 
पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज में भी कोई संदेहजनक व्यक्ति या परिस्थिति नजर नहीं आई है. रात दो बजे के बाद किसी की भी साहिल के कमरे के आसपास गतिविधि नहीं दिखी. साहिल रात करीब 3 बजे कॉरिडोर में पेशाब करते हुए दिखा और इसके बाद फिर बालकनी की ओर जाता दिखाई दिया. बेसमेंट में जाने वाले रास्ते पर पर लगे सीसीटीवी कैमरे में दरवाजा रातभर बंद ही मिला. ऐसे में यही संकेत मिलता है कि किसी तरह कि लड़ाई झगडे या वाद विवाद का कोई न कोई फुटेज जरूर होता, इसलिए यह नशे में हुआ हादसा ही कहा जा सकता है. 


कानपूर पुलिस ने मृतक साहिल के करीबी रिश्तेदारों को घटनास्थल पर बुलवाकर मुआयना भी कराया और इसके बाद फॉरेंसिक की जांच, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की पूरी जांच से अवगत कराया. अधिक सबूत हादसे की स्थिति को बयां कर रहे हैं.


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