Unnao News: उन्नाव के अचलगंज में बिजली बिल ज्यादा आने से परेशान होकर एक युवक ने आत्महत्या कर ली. इस दुखद घटना के बाद राज्य के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने तत्काल एक्शन लिया और दोषी बिजली अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

SDO समेत तीन अधिकारी निलंबित
मंत्री ने एसडीओ रवि यादव, जेई आशीष सिंह और अधिशासी अभियंता सूर्योदय कुमार वर्मा को निलंबित कर उनके खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं. मंत्री ने स्पष्ट किया कि इस मामले की जांच जारी है, और अगर कोई अन्य दोषी पाया गया, तो उस पर भी कार्रवाई होगी.


गलत बिजली बिल बना मौत की वजह
बिजली विभाग की लापरवाही सामने आने पर मामले ने तूल पकड़ा. मृतक शुभम के सितंबर महीने के लिए 16,377 रुपये का बिल सही होना था, लेकिन गलती से 1,09,221 रुपये का बिल जारी कर दिया गया था. शुभम की शिकायत पर बिल को ठीक कर 16,377 रुपये कर दिया गया, जिसे उसने जमा भी कर दिया था. इसके बाद, अक्टूबर में फिर से 8306 रुपये का बिल जारी किया गया, जिसमें केवल 33 यूनिट के बजाय 1500 यूनिट का बिल बना दिया गया.


इस भारी भरकम और गलत बिल से परेशान होकर शुभम ने आत्महत्या कर ली. मृतक के परिजनों का आरोप है कि बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से शुभम की जान चली गई. हालांकि, बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर राम प्रीत प्रसाद ने कहा कि शुभम की मौत का कारण पारिवारिक या अन्य कारण भी हो सकता है और मामले की जांच की जा रही है.


बिजली विभाग पर लीपापोती के आरोप
परिजनों का कहना है कि बिजली विभाग मामले को दबाने और लीपापोती करने में लगा है. चीफ इंजीनियर रायबरेली जोन राम प्रीत प्रसाद पर आरोप है कि वे दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के बजाय डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं.


मामला अब जनता और प्रशासन दोनों के बीच गंभीर चर्चा का विषय बन गया है, और इस घटना ने बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.


उत्तर प्रदेश नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें UP News और पाएं  Unnao Latest News हर पल की जानकारी । उत्तर प्रदेश की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!


ये भी पढ़ें: यूपी में घरेलू और कमर्शियल बिजली मीटर लगवाना आसान, झटपट ऐसे करें आवेदन