वंदे भारत-बुलेट ट्रेन से भी कई मायनों में दस कदम आगे होगी रैपिड रेल, डिजिटल स्क्रीन से मिलेगा भरपूर मनोरंजन
देश को मिलने जा रहा रैपिड रेल की सौगात दिल्ली से मेरठ के बीच दौड़ेगा प्रधानमंत्री मोदी करेंगे इसका उद्धाटन रैपिड रेल भारत के आधुनिक ट्रेनों जैसी सुविधा से लैस है.
Rapid railआज प्रधानमंत्री मोदी देश को एक और आधुनिक रेल देने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री देश के पहले रैपिड रेल का उद्धाटन करने जा रहे हैं. रैपिड रेल के शुरु होने से दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ के लोगों को इसका फायदा मिलेगा. यह ट्रेन कई सारे अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. रैपिड रेल भारत में निर्मित पहली हाइटेक ट्रेन से कई मायने में ज्यादा हाईटेक है. वंदे भारत से अच्छी सीट के अलावा यात्री के सीट के सामने डिजिटल स्क्रिन रहेगा, जिससे यात्री को स्पीड और अपने ट्रेन की गति का पता चलेगा रैपिड रेल में लंच जैसी कोई भी सुविधा नहीं है. हालंकि इसके प्रीमियम कोटे के यात्री के लिए स्टेशन पर इंतजार के लिए विशेष प्रबंध किया गया है. वही स्पीड की बात करें तो रैपिड रेल की स्पीड राजधानी से ज्यादा तेज है. इस रैपिड रेल में विमान की जैसी सुविधा उपलब्ध है. रैपिड रेल में यात्रियों की सुविधाओं का खास ख्याल रखा गया है. इसमें पीछे झुकने वाली सीटे लगाई गई है. जो यात्री के आराम को ध्यान में रखकर बनाया गया है.
रैपिड रेल की खासियत
रैपिड रेल में झुकने वाली सीटों और खिड़कियों के अलावा हाइ-टेक कोच में डिजिटल स्क्रीन लगाई गई है. जिस पर यात्री अपनी ट्रेन की रुट मैप और स्पीड चेक कर सकते हैं. ट्रेन में में दो तरह के कोच है प्रीमियम और सामान्य प्रीमियम कोच में यात्री के सुविधा का खासा ध्यान रखा गया है. रैपिड रेल में एक और खासियत ये है कि इसमें 50 प्रतिशत कर्मचारी महिला होगी. यह ट्रेन देश में निर्मित वंदे भारत से सुविधाओं के मामले में बहुत आगे है.
14 स्टॉपेज और 30 सेकंड ब्रेक
दिल्ली से मेरठ चलने वाली इस रैपिड रेल का 14 स्टॉपेज है. और प्रत्येक स्टेशन पर 30 सेकंड ही रुकेगी. ट्रेन की स्पीड की बात करें तो इसकी अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. ट्रेन की औसत गति 100 किमी प्रति घंटा होने की उम्मदी की जा रही है. डेमो के दौरान ट्रेन की अधिकतम स्पीड 146 किलोमिटर प्रति घंटा दर्ज की गई थी.
प्रधानमंत्री मोदी करेंगे रैपिड रेल का उद्धाटन
रैपिड रेल के पहले चरण का कार्य खत्म हो गया है. 30,274 करोड़ की लागत से शुरु हुई यह परियोजना 82 किलोमीटर लंबा है. इस परियोजना से मेरठ से दिल्ली तक का सफर असान हो जाएगा. इस परियोजना के चालू होने से मेरठ से दिल्ली तक के सफर में सिर्फ 50- 55 मिनट ही लगेगा अमूमन मेल एक्सप्रेस ट्रेन से डेढ़ घंटे से दो घंटे लगते हैं वही लोकल ट्रेन से दो घंटे से ज्यादा समय लगता है.