Kumbh Mela 2025: प्रयागराज के निरंजनी अखाड़े में महंत महावीर गिरी को अखाड़े की संपत्ति बेचने के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया. महावीर गिरी ने प्रयागराज के आलोपीबाग स्थित संपत्ति को 3 करोड़ रुपए में बेच दिया, जिसके बाद अखाड़े ने पंच परमेश्वर की बैठक बुलाई. महावीर गिरी के खिलाफ दारागंज थाने में एफआईआर की तहरीर भी दी गई है.


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महाकुंभ क्षेत्र में भूमि निरीक्षण
वहीं, महाकुंभ क्षेत्र में अखाड़ों के दूसरे गुट ने भूमि का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान, विभिन्न अखाड़ों ने भूमि के स्वरूप को लेकर आपत्तियां जताई.  निर्मोही अखाड़े के महंत राजेंद्र दास ने कहा कि घटनाओं की योजना के तहत की गई थी, और उन्होंने कहा कि अखाड़े जहां भी होंगे, ऐसी घटनाएं कोई मायने नहीं रखतीं. उनका मुख्य उद्देश्य महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाना है.


अखाड़ों ने जताई आपत्ति
महानिर्वाणी अखाड़े के महंत यमुना पुरी ने भूमि निरीक्षण के दौरान कुछ आपत्तियां जताई, जिन्हें मेला प्रशासन ने जल्द दूर करने का आश्वासन दिया. निर्वाणी अनी अखाड़े के महंत गोपालदास ने भी भूमि निरीक्षण में दिक्कतों की बात की, जो गंगा जी में कटान के कारण आई हैं. निर्मल अखाड़े के महंत राजेंद्र सिंह शास्त्री ने परंपरागत तरीके से भूमि निरीक्षण की पुष्टि की.


भूमि आवंटन कार्य शीघ्र शुरू होगा, आश्वासन
अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि 7 अखाड़ों के संतो ने भूमि का निरीक्षण किया और अगले एक से दो दिनों में भूमि आवंटन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. अखाड़ों को पूर्व निर्धारित स्थानों पर भूमि आवंटित की जाएगी. जहां सभी आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी.


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