यूपी के इस जिले में बनेगा काशी-अयोध्या जैसा भव्य कॉरिडोर, बाबा के भक्तों के लिए खुशखबरी
लखीमपुर खीरी का गोला गोकर्णनाथ धाम को बड़ी सौगात मिलने वाली है. `छोटी काशी` कहे जाने वाले इस शिवधाम को अयोध्या और काशी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. इसको लेकर तेजी से काम चल रहा है. प्रस्तावित कॉरिडोर का थ्रीडी वीडियो भी सामने आया है.
गोला गोकरणनाथ मंदिर
शिवभक्तों के लिए खुशखबरी है. लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ धाम का नजारा का अयोध्या और काशी जैसा नजर आएगा. इस शिवधाम को 'छोटी काशी' से जाना जाता है.
तेजी से चल रहा काम
इस पर जोरों से काम चल रहा है. जिसके लिए धन की स्वीकृत पहले ही स की जा चुकी है. पहले चरण में विस्थापितों को मुआवजा दिया गया है जबकि दूसरे चरण में ध्वस्तीकरण की कार्रवाई तेज गति से चल रही है.
वीडियो आया सामने
ला गोरकरण धाम के प्रस्तावित कॉरिडोर का थ्रीडी वीडियो भी सामने आया है.जिसका नजारा देखने लायक ही बन रहा है. धाम का दिव्य और भव्य रूप देखने को मिल रहा है.
संकरी गलियों से मिलेगी निजात
कॉरिडोर के निर्माण के साथ ही लोगों की कुछ दिक्कतें बढ़ी भी हैं लेकिन विकास से पहले की दिक्कतें महज कुछ दिनों की हैं. उसके बाद सकरी गलियों से लोगों को निजात मिलेगी. लोग सीधे मंदिर तक कॉरिडोर के माध्यम से पहुंच सकेंगे.
पर्यटकों की संख्या में इजाफा
कॉरिडोर के निर्माण हो जाने से पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा. जिससे स्थानीय रोजगार में इजाफा भी होगा. 19332 वर्ग मीटर पर बन रहे इस कॉरिडोर के निर्माण में 70 करोड़ रुपए का खर्च आएगा.
क्या है खास
प्रस्तावित कॉरिडोर में मुख्य मंदिर परिसर के साथ ही आसपास के क्षेत्र का भी कायाकल्प होगा. शुद्ध हवा के लिए ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा. यही नहीं यहां लाइट और साउंड से भी भव्यता बढ़ेगी.
छोटी काशी से मशहूर
छोटी काशी के नाम से जाना जाने वाला शिव मंदिर विश्व प्रसिद्ध शिवधाम है. इस धाम से लाखों लोगों की आस्था जुड़ी है.
भक्तों का लगता है तांता
हजारों लाखों की तादाद में हर साल लोग दर्शन करने आते हैं. मान्यता है कि भगवान भोलेनाथ सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं.
जलाभिषेक के लिए आते शिवभक्त
हर साल सावन के महीने में शिवभक्त फर्रुखाबाद और हरिद्वार से कांवर लेकर गोला गोकर्णनाथ पहुंचते हैं और शिवजी का जलाभिषेक करते हैं.
सीएम योगी ने किया था ऐलान
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोला में उपचुनाव के दौरान ऐलान किया था कि यहां कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. जिस पर तेजी से काम चल रहा है.