गेस्ट हाउस में भी धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी, बोलीं- `मैं सोनभद्र जरूर जाऊंगी और पीड़ितों से मिलूंगी`
प्रियंका गांधी को मिर्जापुर और वाराणसी की सीमा पर रोक दिया गया है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार कुछ भी कर ले, हम नहीं झुकेंगे.
नई दिल्ली : सोनभद्र में हुए नरसंहार के बाद वहां पीडि़तों के परिवारों से मिलने जा रही कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा को वहां जाने से पुलिस ने रोक दिया है. उन्हें मिर्जापुर और वाराणसी की सीमा पर रोक दिया गया है. इससे नाराज प्रियंका गांधी समर्थकों के साथ नारायणपुर में धरने पर बैठ गईं. पुलिस ने उन्हें धरना देने से रोका और अपने साथ चुनार के गेस्ट हाउस ले गई. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार प्रियंका गांधी ने खुद को हिरासत में लिए जाने की बात कही है. दूसरी ओर डीजीपी ओपी सिंह ने प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने की बात से इनकार कर दिया है. उनका कहना है कि प्रियंका को सिर्फ सोनभद्र जाने से रोका जा रहा है.
मिर्जापुर के चुनार गेस्ट हाउस में भी प्रियंका गांधी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गई हैं. उनका कहना है कि वह सोनभद्र जरूर जाएंगी और वहां घटना के पीड़ितों से भी मिलेंगी. इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोनभद्र घटना में घायल लोगों का बीएचयू ट्रामा सेंटर में जाकर हालचाल जाना था. बता दें के सोनभद्र में जमीन विवाद में 10 लोगों की हत्या हुई थी. प्रशासन की ओर से सोनभद्र में धारा 144 लगाई गई है. हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ता अब भी नारायणपुर में धरने पर बैठे हैं.
प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रशासन मुझे पीडि़तों से मिलने से रोक रहा है. योगी सरकार कुछ भी कर ले, हम नहीं झुकेंगे.
उन्होंने कहा कि हम सिर्फ सोनभद्र जाकर वहां घटना के पीडि़तों के परिवारों से मिलना चाहते थे. मैंने सिर्फ 4 लोगों को अपने साथ ले जाने की बात भी कही थी. लेकिन प्रशासन हमें वहां जाने से रोक रहा है. उन्हें हमें यह बताना होगा कि आखिर हमें सोनभद्र जाने से क्यों रोका जा रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सोनभद्र हत्याकांड की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है. यह टीम 10 दिन में मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेगी. वहीं सोनभद्र में प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के लिहाज से 2 महीने तक के लिए धारा 144 लगा दी गई है. जिले में धारा 144 11 जुलाई से 12 सितंबर तक प्रभावी रहेगी.
(इनपुट एजेंसी से भी)