पौड़ी पहुंचे बलूनी ने जनरल बिपिन रावत को दी श्रद्धांजलि, प्राचीन कंडोलिया मंदिर में की पूजा अर्चना
Pauri Lok Sabha Seat : पिछले दिनों ही बीजेपी ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की थी. इसमें उत्तराखंड की बची दो सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए गए थे. पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से अनिल बलूनी को प्रत्याशी बनाया गया है. लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद अनिल बलूनी पहली बार पौड़ी पहुंचे.
पुष्कर चौधरी/चमोली : पौड़ी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बनाने जाने के बाद राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी पहली बार उत्तराखंड पहुंचे. इस दौरान अनिल बलूनी ने पौड़ी की जनता को तारामंडल और माउंटेन म्यूजियम की सौगात दी. साथ ही अनिल बलूनी कंडोलिया मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की.
प्रत्याशी बनाए जाने के बाद पहली बार पहुंचे पौड़ी
पिछले दिनों ही बीजेपी ने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की थी. इसमें उत्तराखंड की बची दो सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए गए थे. पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट से अनिल बलूनी को प्रत्याशी बनाया गया है. लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद अनिल बलूनी पहली बार पौड़ी पहुंचे.
विपिन रावत के नाम पर होगा तारामंल और माउंटेन म्यूजियम
इस दौरान अनिल बलूनी ने तारामंडल और माउंटेन म्यूजियम का शिलान्यास करते हुए कहा कि यह दुनिया के खगोल प्रेमियों के लिए बड़ा आकर्षण का केंद्र बनेगा. जहां एक ओर तारामंडल का निर्माण होने पर खगोल प्रेमी विज्ञान की जानकारी हासिल कर पाएंगे. वहीं, माउंटेन म्यूजियम उत्तराखंड की संस्कृति से हर किसी को रूबरू करवाएगा. अनिल बलूनी ने कहा कि देश के प्रथम सीडीएस स्वर्गीय विपिन रावत के नाम पर ही तारामंडल और माउंटेन म्यूजियम नाम रखा जाएगा.
राइफलमैन जसवंत सिंह के स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित
अनिल बलूनी ने पौड़ी की जनता को आश्वस्त किया कि जल्द ही दोनों का निर्माण हो जाएगा. इसके बाद कंडोलिया मंदिर पहुंचकर माथा टेका और जीत का आशीर्वाद लिया. उन्होंने पौड़ी पहुंचते ही राइफलमैन जसवंत सिंह के स्मारक में जाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए. अनिल बलूनी ने कहा कि आज हम सभी उत्तराखंडवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन है.
...विश्वास के साथ आपके बीच आया हूं
अनिल बलूनी ने कहा कि पार्टी व पीएम ने जिस विश्वास के साथ मुझे उम्मीदवार घोषित किया है, उसी विश्वास के साथ आपके बीच आया हूं. छोटे से गांव के युवा को राज्यसभा भेजा, इसके बाद लोकसभा का टिकट भी दे दिया, यह मेरे लिए गौरव का क्षण है. देश के शीर्ष पदों पर देवभूमि के कई सपूत अहम दायित्व निभा रहे हैं.