UP Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव में जीत को लेकर पार्टियां केवल वोटरों को साधने की कोशिश में ही नहीं जुटी हैं बल्कि प्रत्याशियों को भी बदलने का सिलसिला जारी है. समाजवादी पार्टी के साथ ही वोट बंटवारे को लेकर बसपा ने भी कई सीटों पर उम्मीदवारों को बदलने की चाल चली है. बसपा का यह दांव इंडिया गठबंधन के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. 


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मैनपुरी में दिया यादव प्रत्याशी
मैनपुरी सीट सपा की गढ़ मानी जाती है, सपा ने यहां से डिंपल यादव को टिकट दिया है. वहीं बसपा ने पहले यहां गुलशन देव शाक्य को टिकट दिया लेकिन बाद में उनका टिकट काटकर शिवप्रसाद यादव को मैदान में उतारा है. मायावती का ये दांव यादव वोटरों में सेंध लगा सकता है. इस सीट पर सबसे ज्यादा 26 फीसदी यादव वोटर हैं, जो सपा का कोर वोटर माना जाता है, जबकि दलित वोटरों की संख्या 22 फीसदी है,जबकि 9 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं. 


आजमगढ़ में मुस्लिम कैंडिडेट
आजमगढ़ सीट पर एम-वाई फैक्टर निर्णायक भूमिका निभाता है. यहां सबसे ज्यादा दलित वोटर 28 फीसदी, 17 प्रतिशत यादव और 15 प्रतिशत मुस्लिम वोटर हैं. सपा ने यादव-मुस्लिम वोटरों को एकजुट रखने के लिए यहां से धर्मेंद्र यादव को उतारा है. लेकिन बसपा ने भीम राजभर का टिकट काटकर सबीहा अंसारी को मैदान में उतार दिया है. 


कई सीटों पर बदले प्रत्याशी
मैनपुरी और आजमगढ़ ही नहीं बसपा अब तक यूपी की 7 सीटों पर प्रत्याशियों का फेरबदल कर चुकी है. इसमें गाजियाबाद, मथुरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, वाराणसी, आजमगढ़ और अमेठी सीट शामिल है. गाजियाबाद से पहले बसपा ने अंशय कालरा को टिकट दिया था बाद उनका टिकट काटकर नंदकिशोर पुंडीर को उतारा है.


इसके अलावा मथुरा से कमलकांत की जगह सुरेश सिंह, वाराणसी में अतहर जमाल लारी की जगह सैय्यद नेयाज अली, फिरोजाबाद में सतेंद्र जैन की जगह चौधरी बशीर को प्रत्याशी बनाया है. मैनपुरी में गुलशन शाक्य की जगह शिव प्रसाद यादव, आजमगढ़ में भीम राजभर की जगह सबीहा अंसारी, अमेठी में रवि प्रकाश मौर्य की जगह नन्हे सिंह चौहान को टिकट दिया है.