मयूर शुक्ला/लखनऊ: लोकसभा चुनाव नतीजों में शर्मनाक हार के बाद बहुजन समाज पार्टी यानी BSP सुप्रीमो मायावती ने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ हार की समीक्षा करने के लिए बैठक बुलाई है. यह बैठक 23 जून को है.  बता दें कि बैठक में सभी महत्वपूर्ण पदाधिकारी बुलाए गए लेकिन भतीजे मायावती के उत्तराधिकारी रहे आकाश आनंद शामिल होंगे.


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आकाश आनंद रहेंगे दूर
23 जून को होने वाली बसपा की बैठक में देश भर के पार्टी पदाधकारियों, प्रमुख कोऑर्डिनेटर और जिला अध्यक्षों को भी बुलाया गया है. पर मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को नहीं बुलाया है.  बैठक में सेक्टर प्रभारियों की रिपोर्ट पर चर्चा होगी. बैठक के बाद संगठन में महत्वपूर्ण बदलाव हो सकते हैं. बीएसपी की बैठक में सभी कोऑर्डिनेटर मौजूद रहेंगे इसे लेकर भी निर्देश पहले ही जारी किया गया है.


छिन सकता है कई पदाधिकारियों का पद 
सूत्रों के मुताबिक पार्टी की करारी हार और गिरे वोट प्रतिशत को लेकर कई पदाधिकारियों का पद छिन सकता है. इसके साथ ही नए कार्यकर्ताओं को नई जिम्मेदारी मिल सकती है. बताया जा रहा है कि मायावती हार की समीक्षा के बाद उप विधानसभा चुनाव को लेकर भी रणनीति बना सकती है. जातीय समीकरण के हिसाब से नए सिरे से जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं.


पार्टी में अहम बदलाव
लोकसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद बीएसपी चीफ मायावती ने पार्टी के संगठन का पुराना सिस्टम ही बदल डाला  है. अब पार्टी में सेक्टर व्यवस्था लागू कर दी गई है. प्रदेश को कुल 6 सेक्टरों में बांटा गया है. हर सेक्टर में दो से लेकर चार मंडल शामिल किए गए हैं. इसके अलावा कई सेक्टरों के इंचार्जों की तैनाती भी कर दी गई है.


2019 में बसपा ने जीत थी इतनी सीट 
लोकसभा चुनाव 2019 में BSP ने सपा के साथ गठबंधन किया था. बसपा को 10 सीटों पर जीत मिली थी. इसके बाद  2022 का विधानसभा चुनाव मायावती अकेले लड़ीं. सिर्फ एक सीट जीतीं. 2024 का लोकसभा चुनाव भी मायावती अकेले लड़ी मगर उनको इस हार में करारी शिकस्त मिली.


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