UP Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से भाजपा के वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने भाजपा सरकार की तारीफ करते हुए अपने बेटे को उनकी जगह टिकट देने पर अपने दिल की बात बताई है. बृजभूषण पूर्वांचल के एक बड़े लीडर हैं. परंतु इस बार भाजपा ने उनकी जगह उनके बेटे को टिकट दिया है. इस बात पर उन्होंने बोला कि मेरे टिकट कटने से या मेरे बेटे को टिकट मिलने से चुनाव परिणाम पर कुछ भी असर नहीं पड़ेगा. इसके साथ जीत का अंतर और भी ज्यादा होगा. 


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समर्थकों और वोटरों को कैसे समझाएंगे
समर्थकों और वोटरों को समझाने के सवाल पर  बृजभूषण बोले कि इस बात को कुछ भी असर नहीं होगा. क्योंकि जनता सब जानती और समझती है. मैं कोई बड़ा नेता नहीं हूं सिर्फ एक आम आदमी है. इसलिए क्षेत्र में विकास कार्यों पर बाधा नहीं आएगी.


6 बार के हैं सांसद 
आपको बता दें कि बृजभूषण 6 बार के सांसद हैं. हर बार वह एक बड़े मार्जिन से जीतते रहे हैं. इस बार के जीत के अंतर पर वो बोले कि रोजी-रोटी के चक्कर में एक बड़ी संख्या गांव के बाहर रहती है. 40 पर्सेंट लोग बाहर रहते हैं. तो चुनाव सिर्फ 60% मतदाताओं के वोटों से ही निर्धारित होगा. इसी 60% में हमारी जीत भी होगी. 


एक ही है DNA 
अभी कुछ दिन पहले ही बृजभूषण ने बोला था कि मुसलमानो और हिंदुओं के पूर्वज एक हैं. इसी बात पर वो फिर से बोले कि मैंने एक सर्वे कराया था. क्योंकि हमारे जनपद में बहुत बड़ी संख्या में क्षत्रिय समाज के लोग रहते हैं. जो कन्वर्ट हुए थे. सर्वे में हमने सभी लोगों से पूछा कि आखिर कन्वर्ट क्यों हुए थे. तो बहुत सारी छोटी-छोटी वजह सामने आई हैं. उन सभी बातों के आधार पर मैंने वह सब कहा था. ये लोग सिर्फ चार-पांच पीढ़ी पहले यह चेंज हुए हैं.


एक साथ मिलकर रहना चाहिए
25 करोड़ मुसलमानों को भारत से निकाल कर कहाँ बसा देंगे. अपने इस बयान पर बृजभूषण शरण सिंह ने बोला कि जब से देश आजाद हुआ था. तब एक बार अदला-बदली का प्रयास हो चुका था. वह भी पूरा नहीं हो पाया. जो लोग यहां से गए वो सब वहां संतुष्ट नहीं है. क्या यह मुमकिन है कि मुसलमान को कहीं शिफ्ट कर दिया जाए या हिंदुओं को कहीं शिफ्ट कर दिया जाए. यह मुमकिन नहीं है. मेरा दृष्टिकोण यही कहता है कि हम सबको मिलकर के ही रहना चाहिए. हम वोट के लिए बांटने का काम नहीं करते हैं. अगर कोई चार पीढ़ी पहले हमसे अलग हुआ था तो हमको यह ध्यान रखना चाहिए की चार पीढ़ी पहले इनके पिता और हमारे पिता एक ही भाई थे. 


राजनीतिक भविष्य
आरोपों और विवादों के बीच घिरे बृज भूषण शरण सिंह ने अपने राजनीतिक भविष्य के लिए बोले कि 4 जून के नतीजे आप सबको मेरे राजनीतिक भविष्य के बारे में बता देगा. हालांकि, राजनीतिक विरासत मैंने बेटे को जरूर सौंप दी है. जैसे मैंने मेहनत की है जनता से जुड़ा रहा हूं वैसे वह मेहनत करेंगे तो वह भी नेता बन जाएंगे.


धर्म विशेष की बात हम नहीं करते
मोदी जी ने कहा है सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास. वही चीज मैं करता हूं. मेरे घर में जो भी आता है सबको एक समान नजर से देखा जाता है. यह व्यवस्था हमारी पिछली 40 साल से ऐसी ही बनी हुई है. इसलिए हम किसी धर्म विशेष की बात नहीं करते हैं.