यूपी बीजेपी से होंगे 5-6 मंत्री, मोदी सरकार 3.0 के लिए मंत्रिपदों का फार्मूला हुआ तय
Modi 3.0 Cabinet: PM नरेंद्र मोदी की पिछली दो सरकारों में भी NDA सहयोगियों को वरीयता दी गई थी. लेकिन तब मंत्रियों की संख्या या तो पांच थी या इससे नीचे रही. लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहमुत नहीं है. ऐसे में कयास हैं कि नई गठित होने वाली एनडीए सरकार में मंत्रियों की संख्या.....तक हो सकती है.
Lok Sabha Result 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तीसरी सरकार के मंत्रिमंडल में पदों के बंटवारे का फार्मूला लगभग तय हो गया है. हालांकि इसमें यूपी का ओहदा घटना तय माना जा रहा है. यूपी में पिछली बार 62 के मुकाबले महज 33 यानी सीटों में करीब 50 फीसदी कमी के बाद इस बार पांच-छह मंत्री ही यूपी कोटे से बनाए जाने के आसार लग रहे हैं. देखना होगा कि मिर्जापुर से अनुप्रिया पटेल को दोबारा मंत्रिमंडल में लिया जाता है या नहीं. पिछली बार 62 सीटों के साथ और बीजेपी को अपने दम पर मिलीं 303 सीटों की वजह से उत्तर प्रदेश के 13 मंत्रियों को मोदी सरकार में जगह मिली थी.
मोदी 3.0 का फार्मूला तय
मोदी सरकार 3.0 में किस दल से कितने मंत्री होंगे इसका फार्मूला तय हो गया है. सूत्रों के मुताबिक घटक दलों से कुल 18 मंत्री बनाये जाएंगे. ये भी खबर है कि 7 कैबिनेट और 11 राज्य मंत्री घटक दल से होंगे. जानकारी के मुताबिक TDP , JDU से दो-दो मंत्री होंगे और शिवसेना, एनसीपी, एलजेपी, जेडीएस, हम से 1- 1 मंत्री होंगे.
सूत्रों के अनुसार, इस बार कैबिनेट में बीजेपी के अतिरिक्त छोटे-बड़े करीब एक दर्जन से भी ज्यादा दलों को प्रतिनिधित्व देना पड़ सकता है. दो सबसे बड़े दलों में तेदेपा और JDU हैं. तेदेपा के पास 16 तथा जदयू के पास 12 सांसद हैं. सूत्रों के मुताबिक इन्हें 4 पर एक के फार्मूले में कैबिनेट पद देने की बात चल रही है. ऐसे में तेदेपा को 4 और जदयू को 3 मंत्री पद मिलने तय माना जा रहा है. ऐसी खबर है कि तेदेपा ने स्वास्थ्य, शिक्षा तथा ग्रामीण विकास जैसे जनता से जुड़े मंत्रालयों पर अपना दावा किया है. इसी प्रकार जेडीयू की तरफ से भी कुछ महत्वपूर्ण मंत्रालयों की मांग की जा सकती है.
शिवसेना के पास 7 सांसद, जीतन को भी कैबिनेट में जगह-सूत्र
तीसरे बड़े दल शिवसेना (शिंदे) है जिसके 7 सांसद हैं. शिवसेना को एक कैबिनेट और एक राज्य मंत्री पद दिया जा सकता है. पांच सीटों वाली एलजेसी पासवान के लिए भी यही फार्मूला लागू करना होगा. यानी उसे भी कम से कम एक कैबिनेट और एक राज्यमंत्री का पद देना होगा. खबर है कि बिहार से हम की एक सीट है जिसके प्रमुख जीतनराम मांझी को कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है.तीन दल जन सेना, रालोद तथा जेडीएस ऐसे हैं जिनके पास दो-दो सीटें हैं. इन पार्टियों को भी एक-एक राज्यमंत्री पद देना पड़ सकता है.
कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं-सूत्र
छह दल एनसीपी (अजित), एजीपी, एसकेएम, एजेएसयू, यूपीपीएल, तथा अपना दल ऐसे हैं जिनकी एक-एक सीटें हैं. ये दल राज्यों में भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हैं, इसलिए कुछ दलों को कैबिनेट में शामिल करना पड़ सकता है
2014 और 2019 में स्थिति
2014 में मोदी-1 सरकार में तीन कैबिनेट मंत्री सहयोगियों के कोटे से बनाए गए थे. इनमें एलजेपी से रामविलास पासवान, शिअद हरसिमरत कौर बादल तथा शिवसेना के अनंत गीते शामिल थे. 2019 में मोदी-2 सरकार में भी 3 कैबिनेट मंत्री बनाए गए थे जिनमें पासवान, हरसिमरत के अलावा शिवसेना से अरविंद सावंत थे.RPI के रामदास अठावले को राज्यमंत्री बनाया गया था.
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