रविदास मेहरोत्रा ही होंगे सपा से उम्मीदवार, लखनऊ सीट से नामांकन होने का था डर
Lucknow Lok Sabha Election 2024 : सपा ने लखनऊ सीट से रविदास मेहरोत्रा को प्रत्याशी बनाया है. सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा द्वारा दाखिल किए गए नामांकन में कुछ सरकारी प्रपत्र व विभागीय एनओसी मिलने में अड़चन को देखते हुए पार्टी ने दूसरे विकल्प के तौर पर डॉ. आशुतोष वर्मा का भी नामांकन करवा दिया था.
Lucknow Lok Sabha Election 2024 : लखनऊ लोकसभा सीट पर सपा ने दो प्रत्याशियों से नामांकन दाखिल करवाया था. सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा का पर्चा रद्द न हो, इसलिए सपा ने अंतिम दिन डॉ. आशुतोष वर्मा का भी नामांकन करवा दिया था. हालांकि, राज्य चुनाव आयोग ने रविदास मेहरोत्रा का नामांकन वैध मान लिया है. इसके बाद अब लखनऊ से सपा प्रत्याशी के रूप में रविदास मेहरोत्रा चुनाव मैदान में हैं.
लखनऊ सीट पर 41 प्रत्याशी चुनाव मैदान में
दरअसल, सपा ने लखनऊ सीट से रविदास मेहरोत्रा को प्रत्याशी बनाया है. सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा द्वारा दाखिल किए गए नामांकन में कुछ सरकारी प्रपत्र व विभागीय एनओसी मिलने में अड़चन को देखते हुए पार्टी ने दूसरे विकल्प के तौर पर डॉ. आशुतोष वर्मा का भी नामांकन करवा दिया था. सूत्रों के मुताबिक, रविदास मेहरोत्रा ने सरकारी भवन के किराये की NOC जमा नहीं की थी, इसलिए सपा को डर था कि उनका पर्चा रद्द न हो जाएगा. हालांकि, रविदास के नामांकन को वैध मान लिया गया है. लखनऊ में कुल 41 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
सपा प्रत्याशी पर 18 मुकदमे दर्ज
सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा पर सबसे ज्यादा 18 मुकदमे दर्ज हैं. दो साल पहले कुल 22 केस थे, सपा प्रत्याशी पर 88 हजार रुपये का पर्सनल लोन बकाया है. 2022 में उनकी देनदारी पांच लाख रुपये थी. हलफनामे के अनुसार, रविदास मेहरोत्रा के पास 62.12 लाख की चल और 56 लाख रुपये की अचल संपत्तियां हैं. 2022 में उनकी अचल संपत्ति 62 लाख और चल संपत्ति 17 लाख थी. उस वक्त उनके पास महिंद्रा स्कॉर्पियो वाहन था. अब उनके पास इनोवा है.
सबसे ज्यादा बार जेल जाने का रिकॉर्ड
बता दें कि रविदास मेहरोत्रा वर्तमान में लखनऊ मध्य से सपा के विधायक हैं. उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रजनीश गुप्ता को 11 हजार मतों से हराया था. सपा प्रत्याशी रविदास मेहरोत्रा छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे. वह 251 बार जेल जाकर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे ज्यादा जेल जाने के रिकॉर्ड दर्ज करा चुके हैं.
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