SP-Congress Alliance: यूपी में 6 साल बाद फिर साथ आए दो लड़के, बिगड़ते-बिगड़ते सपा-कांग्रेस में बनी बात
Lok Sabha Chunav 2024: उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो गया है. दोनों दलों के बीच बातचीत टूटते-टूटते आखिरकर दोनों दलों की नरमी से बात बन गई है.
SP-Congress Alliance 2024 : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन हो गया है. समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया गठबंधन) के तहत उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे का औपचारिक ऐलान कर दिया है. यह ऐलान सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में की.
कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा, "मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि यह निर्णय लिया गया है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस 17 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और शेष 63 सीटों पर INDIA गठबंधन के उम्मीदवार होंगे- सपा और अन्य दलों से।''
इन सीटों की चल रही चर्चा
सपा ने कांग्रेस को जो 17 सीटें दीं, उसमें अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, वाराणसी, महाराजगंज, देवरिया, बांसगांव, सीतापुर, अमरोहा, बुलंदशहर, गाजियाबाद, कानपुर, झांसी, बाराबंकी, फतेहपुर सीकरी, सहारनपुर, मथुरा. गौरतलब है कि सीट शेयरिंग फार्मूला और गठबंधन के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था. जिसके बाद आपसी समझ में और चर्चा से निर्णय हुआ. बाकी की 63 सीटों पर इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों को कांग्रेस सपोर्ट करेगी. यूपी की राजनीति में दूरगामी लक्ष्य को सामने रखकर गठबंधन को मान्यता दी.
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि हम मिलकर मुकाबला ही नहीं करेंगे अच्छी टक्कर देंगे. आज भारत को बचाने का संदेश पूरे देश में जा रहा है. उत्तर प्रदेश में ही केंद्र में भाजपा की सरकार 2014 में आई थी और उत्तर प्रदेश से ही 2024 में भाजपा सत्ता के बाहर जाएगी. इसी संकल्प के साथ हम लोग यहां आपके सामने हैं. उन्होंने आगे कहा, देश के हालात बहुत खराब हैं.. किसान, नौजवान सड़कों पर हैं. मतदाताओं से निवेदन करते हैं कि जो मतदान का लोकतांत्रिक अधिकार आपके पास है, उसका पूरी ईमानदारी और पूरी निष्पक्षता के साथ राष्ट्र को बचाने में इस्तेमाल करें.
और पढ़ें
2017 में क्यों कमाल नहीं कर सके राहुल-अखिलेश, लोकसभा चुनाव में क्या बदलेगी किस्मत?