श्रावस्ती में पीएम मोदी के करीबी अफसर के बेटे क्या पलटेंगे बाजी? बसपा के मोइनुद्दीन बिगाड़ रहे सपा से उतरे सांसद का खेल
Shrawasti lok sabha Seat: श्रावस्ती लोकसभा सीट पर पर बीजेपी के साकेत मिश्रा और इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार राम शिरोमणि वर्मा के बीच चुनावी मुकाबला है. परंपरागत जातीय मतों के साथ अभी सीधी टक्कर बीजेपी और सपा में नजर आ रही है.
Shrawasti Lok Sabha Seat: लोकसभा का चुनाव अब अपने आखिरी चरण में है.ऐसे में राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के बीच मुकाबला तेज होता जा रहा है. श्रावस्ती लोकसभा सीट पर छठे चरण में 25 मई को मतदान है. श्रावस्ती लोकसभा सीट पर भाजपा में ब्राह्मण, सपा ने कुर्मी और बसपा ने मुस्लिम चेहरे पर दांव लगाया है. बीजेपी ने साकेत मिश्र, सपा ने राम शिरोमणि वर्मा और बसपा ने मोइनुद्दीन खान को प्रत्याशी बनाया है.
बीजेपी से साकेत मिश्रा
श्रावस्ती लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री के करीबी रहे नृपेंद्र मिश्रा के बेटे साकेत मिश्रा चुनाव लड़ रहे हैं. साकेत मिश्रा पहले IPS बने, फिर सालों तक सिंगापुर में बैंकिंग सेक्टर का अनुभव लिया. अब श्रावस्ती लोकसभा सीट पर बीजेपी कैंडीडेट है.साकेत मिश्रा लोकसभा का अपना पहला चुनाव इंडिया गठबंधन के अनुभवी उम्मीदवार और निवर्तमान सांसद राम शिरोमणि वर्मा से है.
सपा-राम शिरोमणि वर्मा तो बसपा से मोइनुद्दीन खान
समाजवादी पार्टी ने अम्बेडकर नगर के मूल निवासी श्रावस्ती सांसद राम शिरोमणि वर्मा को अपना प्रत्याशी घोषित किया.राम शिरोमणि वर्मा वर्ष 2019 के चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन से श्रावस्ती लोकसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और जीते थे.पिछले साल बसपा ने उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से बाहर कर दिया था. बसपा ने मोइनुद्दीन खान को प्रत्याशी बनाया है.
लोकसभा 2019 चुनाव के नतीजे
श्रावस्ती लोकसभा सीट से 2019 में बीएसपी के राम शिरोमणि वर्मा ने 4,41,771 वोटों से जीते हासिल की थी. उन्होंने बीजेपी के दद्दन मिश्र के 4,36,451 वोटों से हराया था. कांग्रेस के धीरेंद्र प्रताप सिंह तीसरे नंबर पर थें.
लोकसभा 2014 का जनादेश
2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दद्दन मिश्रा ने चुनाव में जीत हासिल की थी. उस चुनाव में यहां पर कुल 17,88,080 मतदाता थे, जिसमें 9,76,415 पुरुष और 8,11,665 महिला मतदाताएं थीं. 9,79,638 (54.8%) लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिसमें 14,587 (0.8%) मतदाताओं ने नोटा के पक्ष में वोट दिया.
श्रावस्ती सीट का जातीय समीकरण
श्रावस्ती में 5 लाख से ज़्यादा मुस्लिम, 2 लाख से ज़्यादा कुर्मी वोटर और ढाई लाख ब्राह्मण मतदाताओं के चलते इस सीट पर दिलचस्प सियासी मुक़ाबला है. यहां पर दलित वोटर करीब 20 प्रतिशत है और श्रावस्ती सीट पर क्षत्रिय 5 प्रतिशत के करीब हैं.
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