Yogi Adityanath Speech: अयोध्या के बाद काशी और मथुरा, सीएम योगी ने विधानसभा में बता दिया बीजेपी का अगला इरादा
UP CM Yogi Adityanath Speech: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दिया. योगी आदित्यनाथ ने एक-एक करके अखिलेश यादव के हर आरोपों का करारा जवाब दिया.
Yogi Adityanath Speech in UP Assembly Budget Session: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दिया. योगी आदित्यनाथ ने एक-एक करके अखिलेश यादव के हर आरोपों का करारा जवाब दिया. सीएम योगी ने कहा, हमने संकल्प लिया था मंदिर वहीं बनाएंगे और संकल्प से सिद्धि तक हमने उसे कर दिखाया. हमारी नीति, नीयत और नियति भी साफ है, हम धर्म के मार्ग पर चले हैं और हमें उसका अच्छा फल भी मिल रहा है. उन्होंने तुष्टीकरण की नीति को लेकर अखिलेश पर हमला बोलते हुए कहा, हमने सिर्फ तीन मांगे थे, जैसे पांडवों ने दुर्योधन से सिर्फ पांच गांव मांगे थे...
अयोध्या के साथ अन्याय हुआ
सीएम योगी ने कहा, अयोध्या राम मंदिर का फैसला भले ही अदालत से हुआ हो, लेकिन अयोध्या के साथ अन्याय हुआ. तिरस्कार हुआ, हम अयोध्या, काशी और मथुरा तो ही मांग रहे थे और मांग रहे है. ये कोई सामान्य स्थल नहीं है. भगवान कृष्ण को बंधक बनाने का प्रयास कर रहे थे. काशी में भी नंदी बाबा अब प्रकट हो गए हैं. दुर्योधन ने जिस तरह पांच गांव पांडवों को देने की बात भी नहीं मानी, वैसा ही दोहराया गया. पांडवों के साथ अन्याय हुआ था. ऐसा ही यहां हुआ. अयोध्या को प्रतिबंधों के दायरे में रखा गया.
नोएडा भी गए और बिजनौर भी
योगी ने कहा, हम अयोध्या, काशी-मथुरा जाते हैं तो नोएडा और बिजनौर भी जाते हैं. अंधविश्वास के चलते नेता पहले नोएडा नहीं जाते थे, जो यूपी के डेवलपमेंट का द्वार है. विधानसभा सत्र में चर्चा का जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा, मंदिर निर्माण से आज लोग अभिभूत हैं, लेकिन एक वक्त ऐसा था, जब अयोध्या के विकास कार्यों को रोका गया. ये मुद्दा नीयत का है, नीति का है और यही नियति तय करेगा.
चच्चू को भूल गए, PDA का फुल फॉर्म बताया
सपा की लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट पर योगी ने कहा, परिवार के तीन सदस्यों का नाम पहले लिस्ट में था लेकिन चच्चू को ही भूल गए. अगर यह लोग राम को मानने वाले होते तो चाचा को न भूलते. उन्होंने परिवारवाद पर हमला बोलते हुए कहा कि इनका पीडीए परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने अभी यही बताया है
योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश के आरोपों का करारा जवाब देते हुए कहा कि एक वक्त यूपी में पहचान का संकट था. यूपी के नौजवानों पर टिप्पणी होती थी. आज हर कोई यूपी आना चाहता है. अखिलेश हमेशा मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब दिया. योगी आदित्यनाथ ने एक-एक करके अखिलेश यादव के हर आरोपों का करारा जवाब दिया.
योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश के आरोपों का करारा जवाब देते हुए कहा कि एक वक्त यूपी में पहचान का संकट था. यूपी के नौजवानों पर टिप्पणी होती थी. आज हर कोई यूपी आना चाहता है. अखिलेश हमेशा मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं.
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र करते हुए कहा कि 500 साल के लंबे संयम भरे इंतजार के बाद यह कार्य पूरा हुआ. दुनिया में ऐसा पहला उदाहरण था, जब भगवान राम को अपने अस्तित्व के लिए अपनी पहचान के लिए संघर्ष करना पड़ा.
अयोध्या मे जो आज हुआ वो पहले भी हो सकता था. विकास पहले भी हो सकता था. सडकें चौड़ी हो सकती थीं. एयरपोर्ट बन सकता था. मथुरा काशी वृंदावन के विकास को रोका गया.
हमारी आस्था थी. नीति साफ थी,नीयत भी स्पष्ट थी. हम अयोध्या काशी तो गए ही. नोएडा और बिजनौर भी गया. अयोध्या और काशी गया क्योंकि हमारी आस्था थी. नोएडा और बिजनौर इसलिए गया क्योंकि वहां के बारे मे भ्रांति फैलाई गई थी जो मुख्यमंत्री गया,वो दोबारा नही आएगा लेकिन मै गया. मैने कहा जो कल होना हो वो आज हो जाए. लेकिन मै जरूर जाऊंगा क्योंकि नोएडा बिजनौर उत्तर प्रदेश का हिस्सा है.
अयोध्या के साथ अन्याय की जब मैं बात करता हूं तो हमको 5 हजार साल पुरानी बात याद आती है. कृष्ण कौरवों के पास गए थे और कहा था -बस दे दो केवल 5 ग्राम, रखो अपनी धरती तमाम, हम वही खुशी से खाएंगे,परिजन पर असी न उठाएंगे. लेकिन,दुर्योधन वह भी दे न सका असीस समाज का ले न सका. यही तो हुआ,अयोध्या काशी और मथुरा के साथ. भगवान श्रीकृष्ण ने यही तो कहा था, देना है तो आधा दो लेकिन इसमे भी यदि बाधा हो,तो दे दो केवल पांच ग्राम
उन्होंने 5 ग्राम की बात की लेकिन यहां का हिन्दू समाज की आस्था केवल तीन की ही बात कर रहे थे. ये तीन ही भूमि तो है जो हमारी आस्था का केंद्र हैं, लेकिन जब राजनीति का तड़का लगने लगता है और वोट की राजनीति होती है,वही से विवाद होती है.
भारत का बहुसंख्यक समाज गिड़गिड़ाए,ऐसा पहली बार हुई,आज़ादी के बाद ही हो सकता था.
ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे और व्यासजी तहखाने में पूजा का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा, अयोध्या का उत्सव जब हमारे नंदी बाबा ने देखा तो कहां मानने वाले थे. रात में बैरिकेडिंग तुडवा डाले. इसके बाद हमारे कृष्ण कन्हैया कहाँ मानने वाले हैं.