वाराणसी लोकसभा सीट से पीएम मोदी लगाएंगे जीत की हैट्रिक?, जानें सियासी समीकरण
Varanasi Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दो बार से वाराणसी जीत रहे हैं. एक बार फिर पीएम मोदी इसी सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. वाराणसी कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था.
Varanasi Lok Sabha Election 2024: भगवान शिव की नगरी काशी वर्षों से सांस्कृति एवं धार्मिक का केंद्र रही है. सियासत के लिहाज से भी काशी का नाम दुनियाभर में लिया जाता है. इसकी वजह भी साफ है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संसदीय क्षेत्र है. एक बार फिर पीएम मोदी इसी सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. ऐसे में वाराणसी लोकसभा सीट आकर्षण का केंद्र बनती जा रही है. वाराणसी लोकसभा सीट कई मायनों में खास है. तो आइये जानते हैं इस सीट का सियासी समीकरण.
सात बार कांग्रेस तो सात बार ही बीजेपी जीती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार दो बार से वाराणसी जीत रहे हैं. एक बार फिर पीएम मोदी इसी सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं. वाराणसी कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था. इस सीट पर अभी तक सात बार कांग्रेस जीत चुकी है तो वहीं भाजपा भी सात बार जीत चुकी है. एक-एक बार जनता दल और सीपीआई भी यह सीट जीत चुकी है. हालांकि, 17 लोकसभा चुनाव में कभी भी सपा और बसपा ने जीत दर्ज नहीं की.
वाराणसी सीट का जातीय समीकरण
अगर वाराणसी लोकसभा सीट पर जातीय समीकरण की बात करें तो यहां सबसे ज्यादा कुर्मी वोटरों की संख्या सबसे अधिक है. इसके बाद ब्राह्मण और भूमिहार की संख्या है. यहां वैश्य, यादव, मुस्लिम वोटरों की संख्या जीत के लिए निर्णायक साबित होती है. यहां 3 लाख से ज्यादा गैर यादव ओबीसी वोटर हैं. वहीं, 2 लाख से ज्यादा वोटर कुर्मी हैं. करीब इतने ही वैश्य वोटर हैं. डेढ़ लाख के आसपास भूमिहार वोटर हैं.
भाजपा का कब्जा
वाराणसी लोकसभा सीट पर अगर 2004 चुनाव को छोड़ दें तो 1991 से बीजेपी यह सीट जीतती रही है. 2004 में इस सीट पर कांग्रेस के राजेश कुमार मिश्रा चुनाव जीत गए थे. पिछले दिनों वह भी भाजपा में शामिल हो गए. 2014 में मोदी लहर में इस सीट से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी चुनाव लड़े थे. हालांकि उन्हें पौने चार लाख वोट से हार का सामना करना पड़ा था.
वाराणसी सीट पर कब कौन चुना गया सांसद
साल सांसद पार्टी
1952 रघुनाथ सिंह कांग्रेस
1957 रघुनाथ सिंह कांग्रेस
1962 रघुनाथ सिंह कांग्रेस
1967 सत्य नारायण सिंह सीपीआई
1971 राजाराम शास्त्री कांग्रेस
1977 चंद्रशेखर भारतीय राष्ट्रीय लोकदल
1980 कमलापति त्रिपाठी कांग्रेस
1984 श्यामलाल यादव कांग्रेस
1989 अनिल कुमार शास्त्री जनता दल
1991 श्रीशचंद्र दीक्षित भाजपा
1996 शंकर प्रसाद जायसवाल भाजपा
1998 शंकर प्रसाद जायसवाल भाजपा
1999 शंकर प्रसाद जायसवाल भाजपा
2004 राजेश कुमार मिश्रा कांग्रेस
2009 मुरली मनोहर जोशी भाजपा
2014 नरेंद्र मोदी भाजपा
2019 नरेंद्र मोदी भाजपा