लखनऊ : यूपी में शिक्षक भर्ती घोटाले का मामला गरमाता जा रहा है. 69 हजार शिक्षक भर्ती के अंतर्गत चयनित 6800 आरक्षित वर्ग के शिक्षक अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर शनिवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास का घेराव किया गया. इस दौरान अभ्यर्थियों ने नारेबाजी भी की. नाराज अभ्यर्थियों का कहना है की जब तक न्याय और नियुक्ति नहीं तबतक आंदोलन जारी रहेगा. चाहे 69 शिक्षक भर्ती हो चाहे लेखपाल भर्ती हो चाहे पुलिस भर्ती हो हर तरीके से आरक्षण को तक पर रखकर विसंगतियां हो रही है.


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धरना प्रदर्शन
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना था कि 'उपमुख्यमंत्री उनके समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि सरुकार ने 2022 में उन्हें नियुक्ति देने का आश्वासन दिया था, लेकिन इसके बाद भी अभी तक उन्हें नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिससे लेकर 6800 शिक्षक अभ्यर्थी दलित व पिछले समाज की अनुमान की करने वाले सरकार के मंत्रियों व नेताओं के आवासों के बाहर लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर भी पुलिस बल तैनात रहा.


पांच प्रतिनिधियों 
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने बस में भरकर ईको गार्डन धरना स्थल भेज दिया, ज्ञात हो कि इससे पहले शुद्धवार को अभ्यर्थियों में बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के भी आवास का घेराव किया था, अभ्यर्थी उनसे मिलने की मांग कर रहे थे, लेकिन पांच प्रतिनिधियों को बुलाने के बाद भी बेसिक शिक्षा मंत्री से उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी. नाराज अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक न्याय और नियुक्ति नहीं मिल जाती जब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.


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