लखनऊ: सड़क निर्माण घोटाले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बड़ी कार्रवाई से हलचल मच गया. दरअसल, सख्त कार्रवाई करते हुए हरदोई के सड़क निर्माण घोटाला मामले में एक एसई, दो एक्सईएन समेत 16 अभियंता को सस्पेंड किया गया है. मुख्यमंत्री योगी मामलों को लेकर पूरी तरह से सख्त हैं. इस कार्रवाई को लेकर लोक निर्माण विभाग में हड़कंप मच गया. हरदोई में चार नवनिर्मित सड़कों के नमूने लिए गए और इनकी लैब में जांच कराई गई, जिसमें सभी नमूने फेल पाए गये. नमूने में तारकोल की मात्रा कम मिली,  गिट्टी समेत अन्य सामग्री भी मानक से कम रहे.


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ये हुए सस्पेंट 
अधीक्षण अभियंता सुभाष चंद्र सस्पेंड
अधिशासी अभियंता सुमंत कुमार सस्पेंड
शरद कुमार मिश्रा सस्पेंड


मामले में 8 अवर अभियंता निलंबित हुए हैं- 
मोहम्मद शोएब, राजीव कुमार
अमर सिंह, रुचि गुप्ता
सत्येंद्र कुमार, अवधेश कुमार गुप्ता
मकरंद सिंह यादव, वीरेंद्र प्रताप सिंह


मामला क्या है? 
सभी निलंबित अभियंताओं के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं. दरअसल, हाल ही में हरदोई समेत 10 जिलों की सड़कों की जांच का आदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिया गया. प्रमुख सचिव अजय चौहान की अध्यक्षता में हरदोई में सड़कों की जांच के लिए एक टीम गठित की गई जिसमें पीडब्ल्यूडी सलाहकार वीके सिंह व पीडब्ल्यूडी विभागाध्यक्ष योगेश पंवार भी थे.  शामिल थे। हरदोई में चार नवनिर्मित सड़कों के सभी सेंपल  फेल हो गए जिसके बाद ये बड़ी कार्रवाई की गई. विभागीय सूत्रों की मानें तो जिन नौ अन्य जिलों में सड़कों की जांच कराई गयी है उनके भी नमूने जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं. रिपोर्ट आने पर उचित कार्रवाई किए जानें की उम्मीद की जा रही है.


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