नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: ईरान ने बीते 1 अक्टूबर की रात इजराइल पर एक के बाद एक कई मिसाइलें दागीं. इससे इजराइल के तेल अवीव शहर में लोग दहशत में आ गए लेकिन वहां से मीलों दूर बाराबंकी जिले में भी कुछ लोग डरे हुए हैं क्योंकि उनके घरवाले भी इजराइल में हैं. रोजगार के लिए इजराइल गए लोगों के घरवाले परेशान हैं. उन सभी का दिल वहीं पर लगा है और बार-बार वीडियो कॉल करके उनकी खैर खबर पता कर रहे हैं.


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रोजी रोटी कमाने गए हैं इजराइल
बाराबंकी जिले में देवा थाना क्षेत्र अंतर्गत सालेहनगर में नई बस्ती के कई लोग इजराइल गए हैं. यहां के जितेंद्र, रंजीत और अखिलेश समेत तमाम लोग इजराइल में रोजी रोटी कमाने गये हैं. लेकिन इजराइल और ईरान के बीच टकराव अब तेज हो गया है. लगातार हो रहे हवाई हमलों के चलते वहां इन कामगारों के साथ यहां उनके परिजनों को काफी डर लग रहा है. परिजनों का कहना है कि जब उनके घर से लोग इजरायल गये थे, तो शुरुआत में स्थिति ठीक रही लेकिन हालत अब कुछ बदल गए हैं.
बंकर में छिपने को मजबूर
वहीं इजराइल मे मौजूद अखिलेश, रंजीत और जितेंद्र समेत अन्य लोगों ने वीडियो कॉल के माध्यम से बताया कि काम करते करते अचानक से सायरन बजने लग जाता है और मोबाइल फोन पर अलर्ट का मैसेज आ जाता है. अलर्ट मिलते ही वह अपने आसपास बने बंकर के अंदर जाकर अपनी जान बचाते हैं. उन लोगों ने बताया कि बम गिरने की आवाज भी आती हैं. जिससे उन्हें डर भी लगता है.


वीडियो कॉल पर बयां कर रहे हालात
इन लोगों के घर वालों का कहना है कि हमारे घर के बच्चे वहां के हालातों के बारे में हमें बताते रहते हैं. वहां पर काफी हवाई हमले हो रहे हैं.लेकिन जहां यह लोग काम कर रहे हैं वह जगह महफूज है. वीडियो कॉल पर उनसे बात होती है. जैसे भी कोई खतरे का मैसेज आता है वह अलर्ट हो जाते हैं ओर नीचे बंकर में जाकर के छुप जाते हैं. परिवार के लोग दिन में कई बार वीडियो कॉल कर हाल-चाल ले रहे हैं. फिलहाल हमें उनकी चिंता लगी रहती है.