लखनऊ: उत्‍तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी भाजपा ने अभी से अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. केंद्रीय नेतृत्व ने लखनऊ में अपनी दखलंदाजी बढ़ा दी है. योगी मंत्रिमंडल और प्रदेश भाजपा संगठन में संभावित फेरबदल की चर्चाएं भी हैं. इससे पहले सभी मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड और पदाधिकारियों से सरकार के कामकाज का फीडबैक लिया जा रहा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वैक्सीन लगवाने के बाद भी नहीं बनी एंटीबॉडी, शख्स ने की अदार पूनावाला के खिलाफ शिकायत


केंद्रीय नेताओं की यूपी के मंत्रियों और पदाधिकारियों के साथ बैठक
इसी क्रम में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष और उत्तर प्रदेश प्रभारी राधामोहन सिंह दो दिन के लखनऊ दौरे पर हैं. दोनों की योगी सरकार के मंत्रियों के साथ मीटिंग चल रही है. मंगलवार को भी यह सिलसिला जारी रहा. यूपी के दोनों डिप्टी सीएम ​डॉ. दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्या बीएल संतोष के साथ ​मीटिंग के लिए पहुंचे. इसके अलाव विवादों से घिरे मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी भी पहुंचे. हालांकि वह मीटिंग के बाद मीडिया के सवालों से बचने के लिए पिछले दरवाजे से निकले.


लखनऊ: जेठ माह के 'बड़े मंगल' पर दिखती है हिंदू-मुस्लिम की आस्था, पुराने हनुमान मंदिर की ये परंपरा


केपी मौर्या ने 2022 में 300 से अ​धिक सीटें जीतने का दावा किया
इस दौरान केशव प्रसाद मौर्या ने मीडिया से बातचीत बड़ा बयान देकर सूबे की सियासी हलचल बढ़ा दी है. उन्होंने दावा किया कि भाजपा 2022 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर 300 से अधिक सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी. आपको बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले भी केपी मौर्या ने बीजेपी के 300 प्‍लस सीट जीतने का दावा किया था. तब वह उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष थे.


Love Jihad Case:फर्जी दारोगा के दस्तावेजों की जांच शुरू, आबिद हावरी की संपत्ति भी खंगालेगी पुलिस 


केशव प्रसाद मौर्या को बनाया जा सकता है यूपी भाजपा का अध्यक्ष
तब उनके इस दावे की विपक्षी दलों के साथ राजनीतिक पंडितों ने जमकर खिल्‍ली उड़ाई थी. लेकिन विधानसभा चुनाव का रिजल्‍ट आया तो केशव प्रसाद मौर्या सच साबित हुए. भाजपा ने 325 सीटों के साथ ऐति​हासिक जीत दर्ज की. ऐसी अटकलें हैं कि उन्हें फिर से सूबे में पार्टी की कमान दी जा सकती है. राधामोहन सिंह और बीए संतोष अपने लखनऊ दौरे की रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे, जिसके बाद योगी कैबिनेट और बीजेपी संगठन में बदलाव देखने को मिल सकता है. 


WATCH LIVE TV