विवेक त्रिपाठी/लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का नाम बदल सकता है. बुधवार को होने वाली  नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में आज महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखे जाएंगे. राजधानी लखनऊ का नाम लक्ष्मणपुरी रखने का प्रस्ताव पेश किया जाएगा. बैठक में  शहर के कई चौराहों और मार्गों के नामकरण को मंजूरी मिलने की उम्मीद है. इससे पहले गाजियाबाद का नाम गजप्रस्थ रखने का प्रस्ताव दिया गया है. वहीं अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ करने का प्रस्ताव वहां की नगर निगम की ओर से पारित हो चुका है. फिरोजाबाद का नाम चंद्र नगर करने के प्रस्ताव पर भी मुहर लग चुकी है.


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नगर निगम कार्यकारिणी की आज होने वाली बैठक में सदन के उपाध्यक्ष गिरीश गुप्ता की तरफ से लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुरी करने का प्रस्ताव दिया जा सकता है. हालांकि, महापौर सुषमा खर्कवाल ने इस बारे में जानकारी से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि उनके पास कुल 11 प्रस्ताव की सूची है जो बैठक में रखे जाने हैं. महापौर ने कहा कि लखनऊ नगर निगम का नाम बदल जाने का प्रस्ताव पार्टी की तरफ से निर्देश मिलने के बाद ही रखा जाना चाहिए. सदन में कई प्रस्तावों को लेकर जोरदार हंगामा होने की संभावना है.


 


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इनको मिल सकती है मंजूरी
नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक में बुधवार को शहर के कई चौराहों और मार्गों के नामकरण को मंजूरी मिलने की उम्मीद है. गोमतीनगर रेलवे स्टेशन का नाम अटल बिहारी बाजपेई स्टेशन किया जाएगा. हुसैनगंज चौराहे का नाम राणा प्रताप चौराहा करने की तैयारी है. इसके अतिरिक्त ट्रांसपोर्ट नगर गुडौरा के शिवानी स्कूल के मार्ग का नाम संत रविदास मार्ग रखने का प्रस्ताव है. पूर्व रक्षा मंत्री पद्म भूषण जार्ज फर्नांडिस कि विकास नगर सेक्टर 6 में स्थापित चौराह करने की तैयारी है. मोहान रोड स्थित शिवरी प्लांट परिसर में कूड़े के निस्तारण के लिए स्थापित मशीनों के संचालन के लिए केबलिंग के काम को मंजूरी मिलेगी. मलबे के निस्तारण के लिए मोहनलाल गंज में लगे प्लांट की क्षमता बढ़ेगी. 


लक्ष्मणपुरी करने की अटकलें 
लखनऊ से लक्ष्मणपुरी करने की अटकलें अब राजनीति की नई चर्चा बन गई हैं. इससे पहले प्रतापगढ़ के सांसद संगमलाल गुप्ता ने मांग की थी कि लखनऊ लक्ष्मणपुरी हो, वहीं डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी कहा था कि लखनऊ तो लक्ष्मण जी के नाम से जाना ही जाता था.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लखनऊ दौरे से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट कर शहर के नाम पर बहस छेड़ दी थी। योगी ने ट्वीट किया था कि शेषावतार भगवान श्री लक्ष्मण जी की पावन नगरी लखनऊ में आपका हार्दिक स्वागत व अभिनंदन...लेकिन लक्ष्मण की नगरी को लेकर बहस जारी है। इलाहाबाद, फैजाबाद के बाद अब लखनऊ का नाम बदलने की मांग मुखर हो उठी है.  


राजधानी लखनऊ से लक्ष्मण का कनेक्शन
भगवान लक्ष्मण का नाम राजधानी लखनऊ से काफी लंबे समय से जुड़ा हुआ है. भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता स्वर्गीय लालजी टंडन ने अपनी पुस्तक अनकहे किस्से में इसका जिक्र किया. यह किताब साल 2018 में सामने आई थी. इस किताब में लालजी टंडन ने लिखा था कि लक्ष्मण टीला को अब टीले वाली मस्जिद के नाम से जाना जाता है.  एक समय था जब इसे लक्ष्मण टीला कहते थे. इसमें बताया गया है कि लक्ष्मण के टीले पर औरंगजेब के शासनकाल में मुगल गवर्नर द्वारा मस्जिद का निर्माण कराया गया था.


बदलता रहा लखनऊ नाम का इतिहास
इस शहर के इतिहास की बात करें तो लखनऊ का नाम सबसे पहले लक्ष्मणवती था. जो बाद में लक्ष्मणपुर हुआ.  लक्ष्मणपुर के बाद इसका नाम बदला और  लखनावती हो गया. अब शहर का नाम लखनऊ है. बीजेपी नेता की किताब में जिक्र है कि यह शहर राम भगवान की ओर से लक्ष्मण को दिया गया था. इसके बाद में लक्षमण टीले पर मस्जिद का निर्माण हुआ. उनका मानना था कि टीले क्षेत्र का आर्कियोलॉजिकल सर्वे होना चाहिए.


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