योगी की पुलिस के लिए चुनौती बने साइबर ठग, NCRB के आकड़ों में लखनऊ पहले पायदान पर
NCRB report : यूपी के लखनऊ में साइबर ठगी के मामले जिस तेजी से बढ़ रहे हैं, उससे निपटने के लिए यूपी पुलिस को नई रणनीति बनानी होगी. आइए जानते हैं क्या कहती है NCRB की रिपोर्ट
लखनऊ: साइबर क्राइम के मामले में यूपी की राजधानी लखनऊ अपराधियों का ठिकाना बनती जा रही है. उत्तर प्रदेश में साइबर क्राइम (cyber Crime) के मामले लखनऊ में सबसे ज्यादा दर्ज हुए हैं. 2021 के मुकाबले 2022 में साइबर क्राइम का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ा है. एनसीआरबी (NCRB) के रिकॉर्ड में यह खुलासा हुआ है. NCRB के अनुसार 2020 में लखनऊ में साइबर क्राइम के 1465 मामले दर्ज हुए 2021 में साइबर क्राइम के मामले घटकर 1067 हो गए थे. लेकिन 2022 में साइबर के मामले फिर बढकर 1134 हो गए. लखनऊ के बाद साइबर सेंधमारी में दूसरे नंबर पर गाजियाबाद और तीसरे नंबर पर कानपुर रहा.एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार देशभर में लखनऊ चौथे पायदान पर है.
ऑनलाइन ठगी सबसे ज्यादा
लखनऊ में दर्ज हुए साइबर क्राइम के मामले सबसे ज्यादा साइबर जालसाजों ने लखनऊ के लोगों को लगाई ऑनलाइन ठगी करके चपत का शिकार बनाया.
जागरूकगता जरूरी
जिस तरह देश में डिजिटल इकोनॉमी आगे बढ़ रही है. ऐसे में अपराध का तौर तरीका भी बदल गया है. साइबर सेंधमारी में बैकिंग ठगी, ऑनलाइन फ़्रॉड, निजता का उल्लंघन प्रमुख हैं. यूपी पुलिस ने साइबर जलसाजों से निपटने के लिए जिला स्तर पर साइबर सेल का भी गठन किया है. लेकिन लोगों में जागरूकता की कमी की वजह से ऐसे अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. साइबर सेंधमारी से बचाव के लिए डिजिटल साक्षरता अहम जरिया साबित हो सकता है. वहीं पुलिस को भी साइबर धोखाधड़ी से निपटने सख्त कदम उठाना होगा.