UP News: यूपी उपचुनाव के बीच इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा से लेकर सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद के भड़काऊ बयान सामने आए हैं. विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले मौलाना तौकीर रजा ने कहा,  "आज की हुकूमत सबसे ज्यादा बेईमान है. मैंने कहा है कि इत्तेहाद के साथ काम करो, सभी मुसलमान एक आवाज में आओ दिल्ली का घेराव करते हैं. 24 तारीख से संसद शुरू होने वाली है. हमें अपनी ताकत दिखानी है. दिल्ली तक तुम्हें आना है. आप अगर खड़े होंगे तो बात मानी जाएगी." 


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तौकीर रजा ने कोर्ट के फैसलों पर सवाल उठाते हुए आईसीजे तक जाने की धमकी दे डाली. कहा, बुल्डोजर चलाओगे. देश की बिल्डिंग गिरा रहा है, देश का दुश्मन है. हम ICJ जाकर अपील करेंगे. हिंदुस्तानी मुसलमानो के साथा ज्यादती हो रही है. आप मुल्क के मुसलमानो से दुश्मनी कर रहे हो. कई फैसले कोर्ट ने बेइमानी से करे हैं. टिट फौर टैट से काम चलेगा. हम आदमी हैं तुम्हारे जैसे.मुसलमानों के खिलाफ आवाज उठाना, लिंचिग करना,रसूल की शान में गुस्ताखी करना आज फैशन हो गया है. गली मोहल्ले के छुटभैये अल्लाह के खिलाफ बोलते हैं, ये हर जगह हो रहा है. इसको महसूस करते हो तो इमानादार हो तो दिल्ली आओ इसके खिलाफ कानून बनवाओ. किसी के बाप की ताकत नही हमारी जायदाद पर कब्जा करे."


क्या बोले कांग्रेस सांसद इमरान मसूद?
इमरान मसूद ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "ताजमहल के अंदर कौन नमाज पढ़ेगा ये आप तय करेंगे? आज ये मुसलमानों के साथ कर रहे हैं, कल ये जैनियों सिक्खों के साथ करेंगे. ये सनातनियो पर हमला करने की कोशिश करेंगे, इनको धर्म से कोई मतलब नहीं है. ये कब्रिस्तान छोड़ने वाले नहीं हैं, कहां पढ़ोगे नमाज. WAQF कानून के जरिए अफरा तफरी का माहौल पैदा करना चाहते हैं. नीतीश कुमार, चिराग पासवान, जयंत चौधरी चाहे चंद्रबाबू नायडू हों इनसे संविधान की रक्षा करनी चाहिए. देश के अंदर ये सबसे बड़ा खतरा हैं."


वहीं, सैयद सरवर चिश्ती, गद्दी नशीन, दरगाह शरीफ अजमेर ने कहा, "तुम एक ईंट तो हिलाकर देखो. ये ना कट सकते हैं ना बट सकते हैं. ये बंटने वाली कौम नहीं है. इम्तियाज जलील के सामने मुसलमान खड़े हो गए अबे कितना पिटोगे बे तुम. अपने अंदर से डर निकाल दो अल्ला से डरो ये तुम्हारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं. हमारे हिंदु दोस्त नहीं समझ रहे ये तुम्हारा नुकसान कर रहे हैं. ना हम बंटे ना कटे, जेलें कम पड़ जाएंगी."