मो.गुफरान/प्रयागराज: वैसे तो आपको भी ट्रेन लेट होने की परेशानी से दो-चार होना पड़ा होगा. ट्रेन लेट होना आम बात है और इसकी आदत भी हम लोगों को हो गई है. वहीं अब रेलवे विभाग को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज को इंतजार करवाना और सफर में हुई परेशानी भारी पड़ गई है. दरअसल, हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ने रेलवे अधिकारियों से असुविधा के लिए स्पष्टीकरण मांगा है. 


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हाईकोर्ट के जस्टिस को हुई ट्रेन में असुविधा
जानकारी के मुताबिक आठ जुलाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस गौतम चौधरी ने प्रयागराज से दिल्ली की यात्रा की थी. उन्हें इस सफर के दौरान कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. ट्रेन यात्रा के दौरान हुई असुविधा पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज नाराज हो गए. जिम्मेदार अधिकारियों, जीआरपी कर्मियों और पेंट्री कार मैनेजर से स्पष्टीकरण मांगा गया है. 



बार-बार संपर्क करने के बावजूद नहीं आया कोई
यात्रा के दौरान ट्रेन तीन घंटे से ज्यादा लेट रही.  यात्रा के दौरान कई बार की कोशिशों के बावजूद कोच में टीटीई और जीआरपी स्टाफ मौजूद नहीं मिला.इस दौरान उन्हें जलपान की जरूरत थी पर कोई भी जिम्मेदार फोन नही उठा रहा था. ट्रेन के कोच में मौजूद टीटीई ने फोन भी नहीं उठाया. जिससे जस्टिस गौतम चौधरी की जरूरत पूरी नहीं हो सकी. 


मांगा गया स्पष्टीकरण
इस मामले में हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार प्रोटोकॉल की तरफ से एनसीआर के महाप्रबंधक को पत्र भेजा गया है. दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों से कार्य में लापरवाही बरतने पर स्पष्टीकरण मांगा है. नार्थ सेंट्रल रेलवे के जीएम संबंधित से जवाब लेकर कोर्ट में दाखिल करेंगे. जस्टिस गौतम चौधरी ने ट्रेन के रनिंग स्टाफ जीआरपी और पैंट्री कार मैनेजर से जवाब मांगा है. संबंधित ऑफिशियल से जवाब लेकर कोर्ट में दाखिल करने को कहा है. 


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