Rajasthan Election Results 2023: बाते दिनों हुए देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों में से चारकी  राज्यों मतगणना चल रही है. इन पांचों राज्यों से राजस्थान की बात करें तो यहां पर फूल खिलता हुआ नजर आ रहा है. जब सुबह शुरूआती सीटों पर रूझान आना शुरु हुए तो BJP और Congress आस- पास दिख रही थी. लेकिन जैसे समय गुजरा तो भाजपा का पलड़ा भारी हो गया. और अब जब ये खबर लिखी जा रही है उस समय की माने तो राजस्थान में कांग्रेस काफी पीछे रह गई है. सीएम अशोक गहलोत की अगुवाई में कांग्रेस काफी अच्छा खेली, लेकिन वे जीत पाने में मुश्किल रही.


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इस समय तक के रुझानों की चर्चा करें तो 199 सीटों पर रुझान आ चुके है. जिसमे से भाजपा को 114 सीटों मिलती नजर आ रही है, वही कांग्रेस को 70 सीटों से आगे है.  साथ ही अन्य को भी 16 सीटें मिलती नजर आ रही हैं. तो ऐसे में यहां सवाल यह कि कांग्रेस की हार के क्या बड़े कारण हो सकते हैं? 


पायलट-गहलोत प्रतिद्वंद्विता
पार्टी के दो प्रमुख नेताओं सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बीच अहंकार की लड़ाई के कारण बिखरी हुई कांग्रेस एकजुट मोर्चा नहीं बना सकी.


पेपर लीक
सरकारी नौकरियों को लेकर होने वाली परीक्षाओं में बार-बार पेपर लीक होने और इस समस्या को रोकने में सरकार की लाचारी के कारण युवाओं में कांग्रेस के खिलाफ गुस्सा पैदा हुआ.


सत्ता विरोधी लहर
रेगिस्तानी राज्य में पिछले 3 दशकों में देखा गया है कि हर 5 साल में सत्ता पलट जाती है. ऐसे में अब भाजपा सत्ता में दोबारा आ रही है.


लाल डायरी
कांग्रेस के बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार की लाल डायरी के दावों से पार्टी व नेताओं की विश्वसनीयता को झटका लगा है.


महिला सुरक्षा
भाजपा ने राज्य में महिलाओं के साथ बलात्कार और अपहरण की घटनाओं को बड़ा मुद्दा बनाया और महिला सुरक्षा को एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बना दिया.


ध्रुवीकरण
भाजपा ने उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड को सत्तारूढ़ कांग्रेस पर दोषारोपण करते हुए एक बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया, ध्रुवीकरण ने भाजपा को हिंदू मतदाताओं को एकजुट करने में मदद की.


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