Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार के बेसिक शिक्षा विभाग द्बारा शिक्षक संकुल विद्यालयों को दिसंबर तक निपुण विद्यालय बनाने के लिए अक्टूबर माह में शिक्षक संकुल की बैठकों का एजेंडा और मंथली टास्क को तय कर दिया है. सभी डायट प्राचार्यों और बीएसए को निर्देश दिए गए है कि शिक्षक संकुल की बैठकों और मंथली टास्क का निर्धारित फॉर्मेट में पालन करें.

 

साथ ही जनपदों के समस्त शिक्षक संकुल को प्रभावी प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. वहीं योगी सरकार ने जनपदों में न्याय पंचायत स्तर पर शिक्षक संकुल के गठन के निर्देश दिए हैं. महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद की ओर से शिक्षक संकुल की बैठकों का एजेंडा और मंथली टास्क जारी किया गया है.  निर्देश यह दिया गया है कि अक्टूबर में शिक्षक संकुल बैठकों का आयोजन एजेंडा के अनुसार सुनिश्चित किया जाएगा. 

 

इसके अलावा, संबंधित माह की डिजिटल शिक्षक प्रशिक्षण वीडियो को सभी शिक्षकों को दिखाना एवं वीडियो के मुख्य बिंदुओं पर चर्चा करना होगा. पिछली बैठक की योजना के सापेक्ष किए गए शिक्षण संबंधी प्रयासों, शिक्षण पद्धतियों, रोचक गतिविधियों को साझा किया जाएगा. सबसे महत्वपूर्ण भाग निपुण भारत मिशन की अकादमिक रणनीति पर प्रस्तुतिकरण होगा, जिसमें शिक्षकों द्वारा अलग-अलग समूह (कक्षा 1-3 और कक्षा 4-8) में 2023-24 की शिक्षण योजना को प्रस्तुत किया जाएगा. 

 

विद्यालय को दिसंबर 2023 तक निपुण विद्यालय बनाने के लिए 5 प्वॉइंट टूलकिट का उपयोग सुनिश्चित करना होगा. इस टूल किट के तहत पहला शिक्षकों के बीच कक्षा आवंटन और कार्य विभाजन, दूसरा संदर्शिका आधारित शिक्षण योजना का उपयोग, तीसरा छात्रों का आकलन एवं रेमेडियल, चौथा समुदाय सहभागिता एवं अभिभावक के साथ संपर्क और पांचवां व अंतिम टूल किट शिक्षक-छात्र के मध्य आत्मीय संबंध बनाने पर केंद्रित होगा.  निपुण लक्ष्य एप पर प्रदर्शित नए फीचर निपुण संवाद का प्रयोग किए जाने के लिए समस्त शिक्षकों को प्रोत्साहित किया जाएगा, समस्त शिक्षक संकुल द्वारा अपने न्याय पंचायत के समस्त प्रधानाध्यापकों को निपुण भारत मॉनीटरिंग सेंटर पोर्टल का नियमित शिक्षण किए जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.