Subrata Roy Funeral: सहारा इंडिया के प्रमुख और देश के बड़े कारोबारी सुब्रत रॉय का मंगलवार देर रात मुंबई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. सुब्रत रॉय काफी दिनों से बीमार चल रहे थे. खबर है कि आज उनका पार्थिव शरीर  आज, 15 नवंबर 2023 को लखनऊ के सहारा स्टेट में लाया जाएगा, जहां उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी जाएगी.  सुब्रत राय की पहुंच बॉलीवुड से लेकर राजनेताओं तक थी. उनके निधन की खबर ने न केवल बिजनेस जगत को बल्कि इंडस्ट्री को भी गहरा सदमा लगा है. राजनेताओं से लेकर बिजनेसमैन और बॉलीवुड हस्तियों तक सभी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. माना जा रहा है कि अंतिम संस्कार में राजनीतिक और फिल्मी समेत कई हस्तियां शामिल हो सकती हैं.


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सहारा प्रमुख ने मुंबई में 75 साल की आयु में अंतिम सांस ली. वे भारत के प्रमुख कारोबारी और सहारा इंडिया परिवार के फाउंडर थे. उन्हें देश भर में ‘सहाराश्री’ के नाम से भी जाना जाता था. सहारा ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय की ब्रेन सर्जरी जनवरी में मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में सर्जरी हुई थी. 


उद्योग जगत के साथ ही बी-टाउन-राजनीति में पहचान
सहारा श्री उद्योग जगत के साथ ही बी-टाउन में भी पहचान रखते थे. आलम यह था कि उनके जीवन पर एक बायोपिक बनने वाली है, जिसका एलान कुछ समय पहले किया गया था. फिल्म के निर्देशन की कमान 'द केरल फाइल्स' जैसी संगीन फिल्म बनाने वाले निर्देशक सुदीप्तो सेन को दी गई है. फिल्म में कौन मुख्य किरदार निभाएगा या इसकी शूटिंग कब शुरू की जाएगी इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आई है. सुब्रत राय का करीब 4 दशक का कारोबारी सफर सफलता की बुलंदियों को छूने वाला साबित हुआ.  लखनऊ के सहारा शहर में राजनेताओं, फिल्म कलाकार और क्रिकेटर्स का जमावड़ा लगा रहता था. समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव से उनके करीबी रिश्ते थे तो बीजेपी और कांग्रेस के तमाम बड़े नेता उनके मुरीद थे. 


अमिताभ -अमर से करीबी रिश्ता
बॉलीवुड स्टार अमिताभ बच्चन, मशहूर राजनेता अमर सिंह उनके पारिवारिक सदस्यों की तरह थे.  सुब्रत राय बड़े उत्साह से भारत पर्व कार्यक्रम आयोजित किया करते थे. उनके दोनों बेटों की शादी लखनऊ में शाही अंदाज में हुई थी, इस शादी में देश-विदेश से मशहूर हस्तियों को आमंत्रित किया गया था.


खेलों में दिलचस्पी
सहारा श्री सुब्रत रॉय  हर तरह के खेलों को प्रमोट करते थे. क्रिकेट में उनकी खास दिलचस्पी थी.  टीम इंडिया की जर्सी में लंबे समय तक प्रायोजक के रुप में सहारा श्री का नाम ही जाता रहा है. क्रिकेट के मुकाबलों को देखने के लिए भी सहारा श्री स्टेडियम में जाया करते थे.


जब शुरू किया बिस्कुट और नमकीन बेचने का काम
1978 में सुब्रत रॉय ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर स्कूटर पर बिस्कुट और नमकीन बेचने का काम शुरू किया था. चाय-बिस्कट बेचने के बाद उन्होंने चिटफंड कंपनी शुरू की. इसके बाद पैरा बैंकिंग में भी हाथ आजमाया.सहारा समूह ने एयरलाइंस कंपनी भी खोली थी, जिसके बेड़े में कई जहाज थे। हालांकि यह कारोबार सुब्रत राय को रास नहीं आया, जिसके बाद उन्होंने अपने हाथ वापस खींच लिए,


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