UP News, लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन ने बीजेपी आलाकमान की नींदें उड़ाकर रख दी हैं. संगठन द्वारा लचर चुनावी प्रबंधन और प्रदर्शन से हुए नुकसान को झेल रही यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी ने बीते दिन यानी शनिवार को दिल्ली जाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मीटिंग की जिसमें उन्होंने चुनाव प्रदर्शन को लेकर सफाई पेश की है. लगभग 35 मिनट तक यह बैठक चली जिसमें दोनों ने चुनाव परिणामों को लेकर चर्चा की. अब इस बैठक के बाद अंदाजे लगाए जा रहे हैं कि इन चर्चाओं के बाद अब संभावना है कि अगले माह में ही संगठन में बदलाव देखने को मिले. ऐसी संभावना है कि यूपी में 15 जुलाई के बाद ही बीजेपी संगठन में बदलाव देखा जा सके. 25 जून के करीब सभी समीक्षा रिपोर्ट आ जाएंगे जिसके बाद इन रिपोर्ट का आंकलन किया जाएगा और फिर केंद्रीय नेतृत्व उत्तर प्रदेश में बदलाव लाने संबंधी कार्रवाई कर सकता है.


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रिपोर्ट का आंकलन 
हार की वजहों की पड़ताल करने वाली रिपोर्ट को लेकर जानकारी भी इस दौरान दी. सूत्र कहते हैं कि प्रदेश अध्यक्ष ने नड्डा के समत्र पार्टी की हार की नैतिक जिम्मेदारी ली साथ ही ऐसे प्रदर्शन की वजहें भी उन्होंने गिनवाई हैं. सूत्रों की मानें को बीजेपी केन्द्रीय मुख्यालय में भूपेन्द्र चौधरी और जेपी नड्डा के बीच विशेष चर्चा अयोध्या की हार को लेकर और वाराणसी में पीएम नरेंद्र मोदी की कम अंतर वाली जीत को लेकर हुई है. सूत्रों के अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष द्वारा हार के संबंध में दिए फीडबैक में नौकरशाही के मनमानी और मतदाता सूची में गड़बड़ी को जिम्मेदार बताया. इसके अलावा और भी कई कारणों को जिम्मेदार बताया गया है. 


भिरतघातों पर कार्रवाई के संकेत 
सूत्रों के अनुसार जेपी नड्डा ने प्रदेश अध्यक्ष से संगठन की खामियों पर तो बात की, इसके अलावा पार्टी के उन चेहरों को लेकर चर्चा हुई जो भिरतघात के रूप में उभरे. सूत्रों की माने तो जल्द ही ऐसे लोगों को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पहचाने और उनके विरुद्ध कार्रवाई करने के संकेत दिया हैं. बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व संभवतः 15 जुलाई के बाद संगठन में बदलवा लाएं. 


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29 सीटों का नुकसान
ध्यान देने वाली बात है कि 2019 की अपेक्ष इस बार के चुनाव में यूपी में बीजेपी को जोर का झटका लगा है. 80 सीटों का लक्ष्य तो दूर इस बार बीजेपी को 33 सीटें ही मिल पाई जिससे पिछली बार से इस बार 29 सीटों का नुकसान हुआ है. ऐसे में जिम्मेदार लोगों को पार्टी बख्सने के मूड में नहीं है. फिलहाल, रिपोर्ट तैयार करने के लिए पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर एक सप्ताह से 40 लोगों की टीम प्रदेश के सभी लोकसभा क्षेत्र में हार की पड़ताल करने में लगी है और इस संबंध में रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है. खुद प्रदेश अध्यक्ष भी हार की पड़ताल के लिए अयोध्या समेत कई जगहों पर जा चुके हैं.